
*~ आज का हिन्दू पंचांग ~
*

*दिनांक – 23 मार्च 2025*
* दिन – रविवार*
*विक्रम संवत् – 2081*
*अयन – उत्तरायण*
*ऋतु – बसन्त*
*अमांत – 10 गते चैत्र मास प्रविष्टि*
*राष्ट्रीय तिथि – 2 चैत्र मास*
*मास – चैत्र*
*पक्ष – कृष्ण*
*तिथि – नवमी प्रातः 05:37 मार्च 24 तक, तत्पश्चात् दशमी*
*नक्षत्र – पूर्वाषाढा प्रातः 04:18 मार्च 24 तक, तत्पश्चात् उत्तराषाढा*
*योग – वारियान शाम 05:59 तक तत्पश्चात् परिघ*
* राहुकाल – शाम 04:56 से शाम 06:26 तक*
*सूर्योदय – 06:30*
*सूर्यास्त – 06:17*
*दिशा शूल – पश्चिम दिशा में*
*ब्राह्ममुहूर्त – प्रातः 05:06 से प्रातः 05:53 तक,*
*अभिजीत मुहूर्त – दोपहर 12:22 से दोपहर 01:11 तक*
*निशिता मुहूर्त – रात्रि 12:22 मार्च 24 से रात्रि 01:09 मार्च 24 तक*
*व्रत पर्व विवरण – शहीद दिवस*
* विशेष – नवमी को लौकी खाना गौमांस के समान त्याज्य है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
*ज्योतिष ग्रंथ मुर्हूत चिंतामणि के अनुसार हिंदू धर्म में दैनिक जीवन से जुड़ी भी अनेक मान्यताएं और परंपराएं हैं। ऐसी ही एक मान्यता है नाखून, दाढ़ी व बाल कटवाने से जुड़ी। माना जाता है कि सप्ताह के कुछ दिन ऐसे होते हैं जब नाखून, दाढ़ी व बाल कटवाना हमारे धर्म ग्रंथों में शुभ नहीं माना गया है, जबकि इसके बिपरीत कुछ दिनों को इन कामों के लिए शुभ माना गया है। आइए जानते हैं क्या कहते हैं शास्त्र…*
* ज्योतिष ग्रंथ मुर्हूत चिंतामणि के अनुसार जानिए किस दिन नाखून, दाढ़ी व बाल कटवाने से होता है क्या असर..*
*1. सोमवार
*
*सोम का संबंध चंद्रमा से है इसलिए सोमवार को बाल या नाखून काटना मानसिक स्वास्थ्य व संतान के स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं माना गया है।*
* 2. मंगलवार
*
*मंगलवार को बाल कटवाना व दाढ़ी बनाना उम्र कम करने वाला माना गया है।*
*3. बुधवार
*
*बुधवार के दिन नाखून और बाल कटवाने से घर में बरकत रहती है व लक्ष्मी का आगमन होता है।*
*4. गुरुवार
*
*गुरुवार को भगवान विष्णु का वार माना गया है। इस दिन बाल कटवाने से लक्ष्मी का नुकसान और मान-सम्मान की हानि होती है।*
*5. शुक्रवार
*
*शुक्र ग्रह को ग्लैमर का प्रतीक माना गया है। इस दिन बाल और नाखून कटवाना शुभ होता है। इससे लाभ, धन और यश मिलता है।*
*6. शनिवार
*
*शनिवार का दिन बाल कटवाने के लिए अशुभ होता है यह जल्दी मृत्यु का कारण माना जाता है।*
*7. रविवार
*
*रविवार को बाल कटवाना अच्छा नहीं माना जाता है। महाभारत के अनुशासन पर्व में बताया गया है कि ये सूर्य का वार है इससे धन, बुद्धि और धर्म का नाश होता है।*