
उत्तराखंड डेली न्यूज़:ब्योरो

जीजीआईसी कारगी ग्रांट में मात्र 16 अन्य छात्राओं के प्रवेश की गुंजाइश बची है। हालांकि, प्रवेश के लिए बड़ी संख्या में आवेदन प्राप्त हो रहे हैं, लेकिन सीटें सीमित होने से कई बच्चों को दाखिला नहीं मिल पाएगा। नए शैक्षणिक सत्र 2025-26 के लिए इन दिनों विद्यालयों में दाखिले की प्रक्रिया जारी है। अमर उजाला की विद्यालयों की चल रही पड़ताल में यह सामने आया कि जीजीआईसी कारगी ग्रांट में बुनियादी संसाधनों की कमी के कारण कई छात्रों को बिना दाखिले के लौटना पड़ रहा है। उधर, विद्यालय प्रबंधन सुविधाओं के अनुसार कक्षा नौ में इस बार सिर्फ 16 नए प्रवेश ही ले पाएगा।
शिक्षकों का कहना है कि विद्यालय में कक्षों (क्लास) की कमी के चलते इस साल चाहकर भी सभी इच्छुक छात्राओं को प्रवेश नहीं मिल पाएगा। इससे कई छात्रों को निराशा का सामना करना पड़ रहा है। विद्यालय प्रबंधन के अनुसार, पिछले सत्र में विद्यालय में कुल 287 छात्राएं अध्ययनरत थीं, जिनमें कक्षा नौ में कुल 89 छात्राएं थीं। केवल 65 छात्राओं को दाखिला देने का निर्णय लियाइस कारण इस कक्षा को दो वर्गों में विभाजित किया गया था। अब यही छात्राएं कक्षा 10 में पहुंच चुकी हैं, जिससे कक्षा 10 भी दो भागों में संचालित की जाएगी। साथ ही कक्षा 11 और 12 में पहले से ही पर्याप्त छात्र संख्या है। विद्यालय में कक्षाओं की सीमित उपलब्धता के कारण इस वर्ष विद्यालय प्रबंधन ने कक्षा नौ को एक ही कक्ष में संचालित करने की बात कहते हुए केवल 65 छात्राओं को दाखिला देने का निर्णय लिया गया है।सीटें सीमित होने से कई बच्चों को दाखिला नहीं मिल पाएगा इन 65 छात्राओं में 49 छात्राएं फीडर विद्यालय-राजकीय कन्या पूर्व माध्यमिक विद्यालय कारगी ग्रांट से पहले ही आनी तय हैं। ऐसे में मात्र 16 अन्य छात्राओं के प्रवेश की गुंजाइश बची है। हालांकि, प्रवेश के लिए बड़ी संख्या में आवेदन प्राप्त हो रहे हैं, लेकिन सीटें सीमित होने से कई बच्चों को दाखिला नहीं मिल पाएगा। विद्यालय की ओर से इस समस्या को बीईओ रायपुर ब्लॉक के समक्ष रखते हुए अतिरिक्त कक्षों के निर्माण की मांग की गई थी, लेकिन मामले में अभी तक कोई पहल नहीं की गई है।