उत्तराखंड डेली न्यूज़:ब्योरो
लोक निर्माण विभाग की टेक्निकल टीम के अधिकारियों की बात मानें तो लोहे के वैली ब्रिज के निर्माण के दौरान कॉम्पोनेंट्स जोड़ते समय संभवत कोई क्लैंप ढीला रह गया होगा, जिसकी वजह से पुल का 12 मीटर का हिस्सा झुक कर अलकनंदा नदी में झुक गया। उत्तराखंड में सिखों का पवित्र धार्मिक तीर्थ स्थल श्री हेमकुंड साहिब यात्रा के लिए गोविंदघाट में निर्माणाधीन लोहे का पुल टूटकर नीचे गिर गया। लोक निर्माण विभाग द्वारा इस लोहे के पुल का निर्माण किया जा रहा था। मोटर पुल के टूटने की वजह से आने वाले दिनों में श्री हेमकुंड साहित की यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं को पेरशानी का सामना करना पड़ सकता है। बात दें कि 25 मई को श्री हेमकुंड साहब की यात्रा शुरू हो रही है।आपको बता दें कि पुल टूटने की घटना 5 मार्च को सुबह 10:15 बजे करीब हुई थी। पहाड़ी के टूटने की वजह से पुल टूट गया था। गुरुद्वारा गोविंदघाट के पीछे अलकनंदा नदी के ऊपर बना मोटर पुल टूट गया था। सिखों का पवित्र धार्मिक तीर्थ स्थल हेमकुंड साहिब यात्रा के लिए गोविंद घाट में लोक निर्माण विभाग द्वारा बनाया जा रहा लोहे का पुल टूटकर नीचे गिर गया। मोटर पुल के टूटने की वजह से श्रद्धालुओं को पेरशानी का सामना करना पड़ सकता है। बता दें कि 25 मई को श्री हेमकुंड साहब की पुल टूटने के बाद लोक निर्माण विभाग ने गुरुद्वारे से कुछ दूरी पर लोहे का एक वैली ब्रिज बनाने का काम शुरू किया था,लेकिन बुधवार दोपहर लगभग सवा 1:00 बजे निर्माणधीन पुल का एक हिस्सा टूट गया। पुल का टूटा हिस्सा अलकनंदा नदी में गिर गया है।लोक निर्माण विभाग की टेक्निकल टीम के अधिकारियों की बात मानें तो लोहे के वैली ब्रिज के निर्माण के दौरान कॉम्पोनेंट्स जोड़ते समय संभवत कोई क्लैंप ढीला रह गया होगा, जिसकी वजह से पुल का 12 मीटर का हिस्सा झुक कर अलकनंदा नदी में झुक गया।
हालांकि, राहत की बात रही कि पुल टूटने की वजह से कोई जानमाल का नुकसान नहीं हुआ है। बताया कि 10 से 15 दिनों के अंदर ही पुल को दोबरा रिपेयर कर दिया जाएगा। बता दें कि आगामी 25 मई से शुरू हो रही श्री हेमकुंड साहब की यात्रा के लिए हेमकुंड को जाने वाले तीर्थयात्री इसी पुल से गुजर कर अलकनंदा नदी को पार करेंगे।
