उत्तराखंड डेली न्यूज़:ब्योरो
ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर
देहरादून, 25 अप्रैल 2025 – अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शिक्षा क्षेत्र में साझेदारी को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, यूपीईएस (UPES) ने यूनिवर्सिटी ऑफ नॉटिंघम (University of Nottingham) के साथ एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए हैं। यह विश्वविद्यालय क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2025 में वैश्विक स्तर पर 108वें स्थान पर है। यह साझेदारी छात्रों के लिए वैश्विक सीखने के अनुभव, अकादमिक एक्सचेंज और संयुक्त शोध परियोजनाओं को बढ़ावा देने की दिशा में की गई है। शुरुआत में यह समझौता यूपीईएस के स्कूल ऑफ एडवांस्ड इंजीनियरिंग के छात्रों के लिए ग्लोबल स्टडी पाथवे और आर्टिकुलेशन प्रोग्राम तक सीमित है, लेकिन भविष्य में इसे अन्य स्कूलों तक भी विस्तारित किया जा सकता है। यह व्यवस्था दोनों प्रतिष्ठित संस्थानों के बीच आपसी सद्भाव को दर्शाती है और संभावित सहयोग के क्षेत्रों को रेखांकित करती है, जिनमें सीखने और पढ़ाने की पहल, शोध में सहयोग, छात्रों के लिए विदेश में पढ़ाई के अवसर और कई अन्य पहल शामिल हैं। इस साझेदारी के माध्यम से छात्रों को विश्वस्तरीय शिक्षा, अनुसंधान सुविधाएं और विभिन्न संस्कृतियों को समझने का अनुभव मिलेगा। यह समझौता फैकल्टी एक्सचेंज को भी बढ़ावा देगा, जिससे दोनों विश्वविद्यालयों के शिक्षक एक-दूसरे के साथ मिलकर पढ़ाने और शोध की बेहतरीन पद्धतियाँ अपना सकेंगे, जिससे शैक्षणिक गुणवत्ता में सुधार होगा। इसके अतिरिक्त, यह साझेदारी दोनों संस्थानों में शिक्षा के माहौल को बेहतर बनाने के लिए साझा दृष्टिकोण की ओर आपसी सहयोग को प्रोत्साहित करती है। इस अवसर पर यूपीईएस के इंटरनेशनलिटी प्रमुख और स्कूल ऑफ लॉ के डीन, प्रो. (डॉ.) अभिषेक सिन्हा ने कहा, “यूनिवर्सिटी ऑफ नॉटिंघम के साथ यह साझेदारी हमारे अंतरराष्ट्रीय उत्कृष्टता की दिशा में एक अहम मील का पत्थर है। यह हमारे छात्रों और शिक्षकों को वैश्विक दृष्टिकोण से समृद्ध करने वाला अनुभव प्रदान करेगी। हम इस साझेदारी को एक ऐसे प्लेटफॉर्म के रूप में विकसित होते देखने की कल्पना करते हैं जो ज्ञान निर्माण, नवाचार और भविष्य के नेताओं को तैयार करने में सहायक बने।”यह समझौता दोनों विश्वविद्यालयों की ओर से दीर्घकालिक सहयोग की संभावनाओं को तलाशने और उन्हें साकार करने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
अधिक जानकारी के लिए देखें: https://www.upes.ac.in/
यूपीईएस के बारे में:
यूपीईएस की स्थापना उत्तराखंड राज्य की विधानसभा द्वारा पारित ‘UPES एक्ट, 2003’ के माध्यम से की गई थी। यह एक प्रमुख यूजीसी-मान्यता प्राप्त निजी विश्वविद्यालय है। शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा जारी ‘नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क (NIRF) 2024’ के अनुसार, यूपीईएस को विश्वविद्यालय श्रेणी में 46वीं, लॉ में 28वीं, मैनेजमेंट में 41वीं और इंजीनियरिंग में 42वीं रैंक प्राप्त हुई है। टाइम्स हायर एजुकेशन (THE) वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2025 में यूपीईएस को वैश्विक स्तर पर 501-600 श्रेणी में और भारत में 7वां स्थान मिला है। इसके अलावा, QS वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2025 में यूपीईएस को भारत की निजी यूनिवर्सिटीज़ में अकादमिक प्रतिष्ठा के आधार पर पहला स्थान मिला है, और यह विश्व के शीर्ष 2% विश्वविद्यालयों में शामिल है।
यूपीईएस को NAAC द्वारा ‘A’ ग्रेड से मान्यता प्राप्त है और इसे प्रतिष्ठित QS रेटिंग में रोजगार (प्लेसमेंट) के लिए 5 स्टार मिले हैं। बीते पाँच वर्षों में विश्वविद्यालय का प्लेसमेंट रिकॉर्ड 100% रहा है। साथ ही, स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी की सूची के अनुसार यूपीईएस के 46 फैकल्टी सदस्य दुनिया के शीर्ष 2% शोधकर्ताओं में शामिल हैं।
यूपीईएस में 16,000+ छात्र और 1,500+ फैकल्टी व स्टाफ सदस्य हैं। विश्वविद्यालय अपने सात स्कूलों के माध्यम से स्नातक और स्नातकोत्तर कार्यक्रम प्रदान करता है
