उत्तराखंड डेली न्यूज़ :ब्योरो
आजतक धर्म संसद में उत्तराखंड के गायक प्रीतम भरतवाण ने कहा कि हिमालय चार धाम का मुकुट है. ये कोई साधारण भूमि नहीं, ये देवनगरी है और इस भूमि का ये मुख्य द्वार है. ये भूमि वैश्विक चेतना को जागृत करने वाली भूमि है!आजतक धर्म संसद के सत्र में उत्तराखंड के गायक प्रीतम भरतवाण ने कहा कि गंगोत्री, यमुनोत्री, बद्रीनाथ धाम, केदारनाथ धाम, ये हिमालय का मुकुट है. भारत का भाल है. यह भूमि कोई साधारण भूमि नहीं है. ये देवनगरी है और इस भूमि का ये मुख्य द्वार है. ये भूमि वैश्विक चेतना को जागृत करने वाली भूमि है.उन्होंने जागर की उत्पत्ति को लेकर कहा कि ये आदिकाल से है, देव काल से है. पहाड़ तो हजारों साल से है. हमारा तो शिव भी पहाड़ी है न. मां जगदंबा, भगवती गंगा, मैया यमुना पहाड़ी. सब पहाड़ी ही तो हैं!
