उत्तराखंड डेली न्यूज़ :ब्योरो
मानसून सीजन में कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में वन्यजीवों की सुरक्षा भी चुनौंती बनी रहती है. जिसके लिए पार्क प्रशासन ने कमर कस ली है।रामनगर:उत्तराखंड का कॉर्बेट टाइगर रिजर्व विश्व भर में अपनी जैव विविधता और बाघों के लिए प्रसिद्ध है. इस समय पर्यटन सीजन समाप्त हो चुका है, मानसून के आगमन के साथ ही कॉर्बेट प्रशासन ने ‘ऑपरेशन मानसून’ शुरू कर दिया है. जो वन्यजीवों और जंगल की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हर वर्ष मानसून सीजन में चलाया जाता है।कॉर्बेट प्रशासन मुस्तैद:गौरतलब है कि मानसून के दौरान कॉर्बेट पार्क पर्यटकों के लिए पूरी तरह बंद कर दिया जाता है. इस दौरान जंगल में नदियां और नाले उफान पर होते हैं. जिससे सफारी मार्ग बाधित हो जाते हैं. लेकिन इसी समय वन्यजीवों की तस्करी और अवैध घुसपैठ की आशंका भी बढ़ जाती है, जो कॉर्बेट प्रशासन के लिए बड़ी चुनौंती बन जाती है. कॉर्बेट प्रशासन इस चुनौती से निपटने के लिए अपनी रणनीति पहले से ही तैयार रखता है।मानसून सीजन में चलाया अभियान:’ऑपरेशन मानसून’ के अंतर्गत वनकर्मियों की टीमें प्रतिदिन 8 से 10 किलोमीटर तक पैदल गश्त करती हैं, जिससे जंगल के अंदरूनी हिस्सों में भी निगरानी की जा सके. इसके साथ ही वन विभाग अत्याधुनिक उपकरणों का उपयोग करता है, जिसमें मेटल डिटेक्टर, जीपीएस, ऑल-टेरेन व्हीकल्स, हाथी, मोटर बोट, ड्रोन, एम-स्ट्राइप एप, और दूरबीनें शामिल हैं।मानसून के समय कॉर्बेट पार्क बंद रहता है, लेकिन यही वह समय होता है जब तस्करों की नजर जंगल पर होती है. इसलिए वनकर्मियों की पूरी टीम सतर्क है और सीमावर्ती इलाकों में चौकसी बढ़ा दी गई है।
साकेत बडोला, निदेशक,कॉर्बेट टाइगर रिजर्व
अत्याधुनिक उपकरणों से लैस टीम:बता दें कि कॉर्बेट टाइगर रिजर्व 1290 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है और इसकी दक्षिणी सीमा सबसे अधिक संवेदनशील मानी जाती है. जहां से अक्सर शिकारियों की घुसने की आशंका बनी रहती है. इस टाइगर रिजर्व में 260 से अधिक बाघ, 1200 से अधिक हाथी, साथ ही गुलदार, भालू, हिरण और 600 से अधिक पक्षियों की प्रजातियां पाई जाती हैं।वन्यजीवों की सुरक्षा प्राथमिकता में शामिल:इनकी सुरक्षा के लिए मानसून सीजन में चौकसी और तकनीकी निगरानी अनिवार्य हो जाती है. कॉर्बेट प्रशासन की यह मुहिम वन्यजीव संरक्षण की दिशा में एक प्रभावशाली और सख्त पहल मानी जा रही है, जो देशभर के वन विभागों के लिए एक उदाहरण बन सकती है।
