उत्तराखंड डेली न्यूज़: ब्योरो
भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों के बाद इस मंदिर का भी खास महत्व है. यह एकमात्र ऐसा शिव मंदिर है जहां भगवान शिव के वाहन नंदी स्थापित नहीं हैं. ब्रह्महत्या का पाप लगने के बाद भगवान शिव ब्रह्मांड में जगह जगह मुक्ति की तलाश में घूमते रहे, परंतु उन्हें कहीं भी मुक्ति नहीं मिली थी।सावन का महीना इस समय अपने अंतिम चरण में है. इस पावन माह में शिवभक्त व्रत, पूजा और जलाभिषेक के जरिए भोलेनाथ को प्रसन्न करने का प्रयास करते हैं. सात ही देशभर के प्रसिद्ध शिवालयों में भक्तों की भीड़ उमड़ती है. हर शिव मंदिर में एक खास बात होती है, लेकिन महाराष्ट्र के नासिक में स्थित कपालेश्वर मंदिर की बात ही कुछ अलग है. यहां भगवान शिव की पूजा तो होती है, लेकिन अनोखी बात यह है कि इस मंदिर में शिवलिंग के सामने नंदी महाराज विराजमान नहीं हैं।
