उत्तराखंड डेली न्यूज़: ब्योरो
दिवाली और महालक्ष्मी पूजा को लेकर कन्फ्यूजन के बीच पंडितों और ज्योतिषियों ने स्पष्ट किया है कि दीपोत्सव 20 अक्टूबर को ही मनाना शुभ है. शास्त्रों के अनुसार अमावस्या तिथि का प्रदोष काल पार करना आवश्यक है, जो 20 अक्टूबर को पूरा होता है जबकि 21 अक्टूबर को अमावस्या प्रदोष काल को पार नहीं करती.दिवाली कब मनाई जाए, इसे लेकर कन्फ्यूजन है. हालांकि पंडितों-ज्योतिषियों और काशी विद्वत परिषद ने भी स्पष्ट कर दिया है कि दिवाली का दीपोत्सव और महालक्ष्मी पूजा 20 अक्टूबर को ही होगी फिर भी कुछ शहर-गांव और इलाके ऐसे हैं जो 21 अक्टूबर को दीपोत्सव मना रहे हैं. पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कासगंज में भी कुछ जगहों पर दिवाली उत्सव 21 अक्टूबर को मनाया जाने वाला है।
