उत्तराखंड डेली न्यूज: ब्योरो
गुरुवार के अंक में ‘निजी बसों की लूट, हवाई सेवा से दोगुना किया किराया’ शीर्षक से इस मुद्दे को उजागर किया। इसके बाद परिवहन विभाग सक्रिय हुआ और आरटीओ-प्रवर्तन अनीता चमोला ने बस बुकिंग वेबसाइट की जांच शुरू की। उन्होंने पुलिस को पत्र लिखा। कुछ वेबसाइट पर निजी बसों के किराए में कमी आई।त्योहारी सीजन में निजी बसों के किराए में बढ़ोतरी से यात्रियों को भारी परेशानी हो रही थी। देहरादून से दिल्ली और लखनऊ के लिए निजी बसों का किराया हवाई जहाज से भी ज्यादा वसूला जा रहा था। ऑनलाइन बस बुकिंग साइट पर यह किराया ज्यादा था,जिससे यात्रियों का शोषण हो रहा था।हिन्दुस्तान’ ने गुरुवार के अंक में ‘निजी बसों की लूट, हवाई सेवा से दोगुना किया किराया’ शीर्षक से इस मुद्दे को उजागर किया। इसके बाद परिवहन विभाग सक्रिय हुआ और आरटीओ-प्रवर्तन अनीता चमोला ने बस बुकिंग वेबसाइट की जांच शुरू की। इसके बाद,उन्होंने पुलिस को पत्र लिखा। इस वजह से कुछ वेबसाइट पर निजी बसों के किराए में कमी आई। दून से दिल्ली के लिए स्लीपर सीट का किराया पहले 5000-7000 रुपये था, जो अब 2500 रुपये तक हो गया है। लखनऊ का किराया भी 10000 से घटकर अधिकतम 3400 रुपये हो गया है।
देहरादून से दिल्ली,आगरा,लखनऊ,मुरादाबाद,कानपुर,बरेली,फरीदाबाद और गुरुग्राम समेत कई शहरों के लिए निजी बसें चलती हैं। कुछ उत्तराखंड तो कुछ बाहरी राज्यों की बसें हैं। त्योहारी सीजन में निजी बसें पैक होने लगी हैं। यात्रियों को अक्सर सीट नहीं मिल पा रही है। निजी बस संचालक इसी मजबूरी का फायदा उठा रहे हैं। कुछ बस संचालकों ने अपनी वेबसाइट पर यात्री किराये में दस गुना से ज्यादा इजाफा कर दिया है। स्लीपर सीट की बुकिंग दो हजार से लेकर सात हजार तक हो रही है। दीवाली से ठीक एक दिन पहले 19 अक्तूबर को दून से दिल्ली जाने वाली निजी बस की स्लीपर सीट 7078 रुपये में बुक हो रही है। इसमें 5999 रुपये यात्री किराया और 1079 रुपये जीएसटी है। जबकि, इसी दिन देहरादून से दिल्ली का हवाई टिकट 3800 रुपये में मिल रहा था।
