उत्तराखंड डेली न्यूज :ब्योरो
उत्तराखंड में एप्पल मिशन योजना किसानों के लिए उम्मीद की किरण बनकर आई थी, लेकिन तीन साल बीत जाने के बाद भी सब्सिडी का भुगतान न मिलने से किसान अब मायूस हैं. टिहरी और उत्तरकाशी के बागवान लाखों रुपये खर्च कर चुके हैं और सरकार से अब जवाब की उम्मीद लगाए बैठे हैं.उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में सेब उत्पादन की बड़ी संभावनाएं हैं. इन्हीं संभावनाओं को देखते हुए सरकार ने किसानों को प्रोत्साहित करने के लिए एप्पल मिशन योजना शुरू की थी. इस योजना का उद्देश्य था पहाड़ के काश्तकारों को आर्थिक मदद देकर सेब उत्पादन को बढ़ावा देना. इसके तहत किसानों को 80% तक की सब्सिडी देने का वादा किया गया था ताकि वे आसानी से बागवानी शुरू कर सकें और पहाड़ों में रोजगार के नए अवसर बनें.लेकिन अब 2025 खत्म होने को है, और कई किसानों को अब तक उनकी सब्सिडी राशि नहीं मिली है. जिन लोगों ने कर्ज लेकर पौधे लगाए थे, वे अब आर्थिक परेशानी से जूझ रहे हैं.
युवाओं की मेहनत पर फिरा पानी
साल 2022-23 में दिल्ली और मुंबई जैसे बड़े शहरों में नौकरी छोड़कर कई युवा अपने गांव लौटे थे. इन युवाओं ने रिवर्स पलायन कर एप्पल मिशन योजना के तहत सेब की बागवानी शुरू की थी. इनका मानना था कि इससे वे अपने गांव में रहकर बेहतर भविष्य बना सकेंगे. लेकिन तीन साल बाद भी सब्सिडी का भुगतान न होने से उनकी उम्मीदें टूटती दिख रही हैं.
