उत्तराखंड डेली न्यूज :ब्योरो
हरिद्वार में श्रद्धालुओं की भीड़ को संभालने के लिए आस्था पथ का निर्माण किया जाएगा। यह पथ हरकी पैड़ी से बैरागी कैंप तक बनेगा, जिससे भीड़ प्रबंधन में मदद मिलेगी और श्रद्धालुओं को सुविधा होगी। आस्था पथ गंगा स्नान और धार्मिक गतिविधियों में भाग लेने में सहायक होगा।धर्मनगरी हरिद्वार में आगामी अर्धकुंभ 2027 की तैयारियां गति पकड़ चुकी हैं। अर्धकुंभ में श्रद्धालु की भीड़ को देखते हुए प्रशासन अब हरकी पैड़ी से बैरागी कैंप को जोड़ने वाले नए आस्था पथ को एक सुव्यवस्थित ‘लाइफलाइन कारिडोर’ के रूप में विकसित करने की दिशा में कदम बढ़ा चुका है।करीब दो करोड़ की धनराशि का पहला प्रस्ताव सीसीआर के पास स्थित धनुष पुल से आरंभ होकर गंगा तट के किनारे हाईवे पुल के नीचे से दीनदयाल पार्किंग के बाहरी हिस्से तक बनाया जाएगा। यह आस्था पथ 2021 में दीनदयाल पार्किंग से चंडीपुल के पास तक बने पुराने आस्था पथ से जुडेगा।दूसरा प्रस्ताव चंडीपुल रोड़ीबेलवाला पुलिस चौकी क्षेत्र से चंडीपुल के नीचे होते हुए बैरागी कैंप तक एक आपातकालीन मार्ग और उसके सौंदर्यीकरण से संबंधित है। 22 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत वाला यह मार्ग आस्था पथ के साथ आपात स्थिति और अत्यधिक भीड़ वाले दिनों में प्रशासन के लिए उपयोगी सिद्ध होगा।तीसरा प्रस्ताव चंडीपुल और बैरागी कैंप के बीच लगभग तीन करोड़ रुपये की लागत से आस्था पथ के साथ आपातकालीन मार्ग का है। इन तीनों प्रस्तावों के पूरा होने पर हरकी पैड़ी से लेकर बैरागी कैंप कारिडोर लगभग तीन किलोमीटर की लंबाई में एक व्यवस्थित, सुरक्षित और भीड़ नियंत्रण मार्ग बनकर उभरेगा।उल्लेखनीय है कि वर्ष 2020–21 के कुंभ में दीनदयाल पार्किंग से गंगा के दाहिने किनारे से होते हुए रोडीबेलवाला पुलिस चौकी तक लगभग करीब एक किलोमीटर लंबा आस्था पथ तैयार किया गया था, परंतु एप्रोच मार्ग न होने के कारण इसका लाभ नहीं मिल सका। नए प्रस्तावों के लागू होने पर यह पुराना आस्था पथ भी सक्रिय उपयोग में आ जाएगा।हरिद्वार में कुंभ, अर्धकुंभ, कांवड़ यात्रा और पर्व स्नानों में बढ़ती भीड़ को देखते हुए यह आस्था पथ सबसे महत्वपूर्ण भीड़ नियंत्रण तंत्र बन सकता है। साथ ही आम दिनों में हरिद्वार गंगा किनारे की सैर करने वालों के लिए भी यह कारिडोर खास आकर्षक होगा।
