उत्तराखंड डेली न्यूज: ब्योरो
अंकिता हत्याकांड मामले में भाजपा और कांग्रेस में जुबानी जंग तेज हो गई है। दोनों ही दलों के वरिष्ठ नेता एक दूसरे पर जुबानी हमला कर रहे हैं। कांग्रेस ने जहां मामले में सीबीआई जांच और वीआईपी का नाम उजागर करने के लिए आंदोलन का ऐलान कर दिया है।अंकिता भंडारी हत्याकांड की निष्पक्ष जांच और इस मामले के वीआईपी के खिलाफ कार्रवाई के लिए कांग्रेस ने चरणबद्ध आंदोलन का ऐलान कर दिया। गुरुवार को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने सभी महिला कांग्रेस, यूथ कांग्रेस समेत सभी आनुषंगिक संगठनों को 27 दिसंबर से ब्लॉक स्तर पर नियमित रूप से सरकार के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन करने के निर्देश दिए। जनवरी 2026 के पहले हफ्ते में गढ़वाल मंडल में अंकिता भंडारी को इंसाफ दो रैली निकाली जाएगी।गुरुवार दोपहर कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में मीडिया कर्मियों से बातचीत में गोदियाल ने कहा कि अंकिता भंडारी की हत्या में सरकार और भाजपा के लोगों की भूमिका साफ साफ उजागर हो चुकी है। कुछ लोगों को जेल जरूर भेजा गया है, लेकिन इस कांड के बड़े आरोपी अभी भी कानून के शिकंजे से बाहर हैं। भाजपा से जुड़े लोगों की सोशल मीडिया पर लगातार वीडियो-ऑडियो वायरल हो रहे हैं। गोदियाल ने कहा कि 27 को ब्लॉक स्तर पर आनुषंगिक संगठन जनता के बीच जाकर अंकिता को लेकर सरकार व भाजपा की पोल खोलेंगे।
गलत काम करने वाले बख्शे न जाएं
पूर्व मुख्यमंत्री और हरिद्वार सांसद त्रिवेंद्र रावत ने कहा कि समाज में गलत कार्य करने वाले किसी भी व्यक्ति को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाना चाहिए। गुरुवार को मीडिया कर्मियों ने त्रिवेंद्र रावत से भाजपा नेताओं पर आरोप लगाने वाली महिला के बयानों को लेकर सवाल पूछे। इसके जबाव में त्रिवेंद्र ने कहा कि यह महिलाओं से जुड़ा विषय है। उन्होंने कहा कि कोई भी हो गलत काम करने की छूट किसी को भी नहीं होनी चाहिए। मेरा भाई हो, मेरा बच्चा हो, किसी को भी इस तरह के काम की छूट नहीं दी जा सकती। उन्होंने कहा कि समाज की छवि खराब करने का काम नहीं होना चाहिए। मुझे यह सब बातें सुनकर व्यक्तिगत रूप से भी तकलीफ हुई है।बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, महिला सशक्तिकरण के नारे लगाने वाले भाजपा के नेता ही महिलाओं के असली दुश्मन है। प्रदेश में जब से भाजपा की सरकार बनी है, तब से महिलाओं के प्रति अपराध लगातार बढ़ते जा रहे हैं। महिला अपराधों में शामिल नेताओं का भाजपा सरकार भी संरक्षण करती है। नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने अंकिता हत्याकांड को लेकर कहा कि यह राजनीति नहीं बल्कि इंसानियत का प्रश्न है। सरकार को मामले की संवेदनशीलता देखते हुए निष्पक्ष सीबीआई जांच के आदेश देने चाहिए। आर्य ने गुरुवार को मीडिया को जारी बयान में कहा कि जब सत्ता, पैसे और रसूख का अनैतिक गठजोड़ होता है, तब आम जनता की बेटियां कैसे सुरक्षित रहेंगी। उन्होंने कहा कि अंकिता हत्याकांड में भाजपा से जुड़े लोगों के माध्यम सामने आए नए तथ्यों ने देवभूमि को झकझोरकर रख दिया है। आर्य ने कहा कि नए तथ्यों से साफ हो गया है कि यह सत्ता-संरक्षित दरिंदगी का उदाहरण था।
