उत्तराखंड डेली न्यूज: ब्योरो
उत्तराखंड के पर्यटन स्थलों पर नए वर्ष के जश्न और बर्फबारी की उम्मीद में सैलानियों की भारी भीड़ उमड़ रही है। औली, मसूरी और चोपता जैसे स्थानों पर पर्यटकों के वाहनों का रेला लगने से जाम की स्थिति बन गई है। बर्फबारी न होने के बावजूद पर्यटकों का उत्साह बरकरार है, जिससे होटल 80-90 प्रतिशत तक बुक हो चुके हैं। पहाड़ों की खूबसूरती पर्यटकों को खूब लुभा रही है।सप्ताहंत और नए वर्ष का जश्न मनाने के लिए उत्तराखंड के पर्यटन स्थलों पर सैलानी उमड़ने लगे हैं। पहाड़ों पर रौनक देखने लायक है। भले ही अब तक बर्फबारी नहीं हुई है, लेकिन इस आस को लेकर औली सहित अन्य ऊंचाई वाले इलाकों में बड़ी संख्या में पर्यटक पहुंच गए हैं। बर्फविहीन पर्वत शृंखलाएं भी उन्हें विशेष अनुभूति दे रही है।औली में शुक्रवार को पर्यटकों के वाहनों का ऐसा रेला उमड़ा कि जाम लग गया। भीड़ का आलम यह रहा कि पर्यटकों को सड़क किनारे ही वाहनों को पार्क करना पड़ा। मसूरी, चोपता, धनोल्टी, टिहरी झील, कणाताल, नागटिब्बा, चकराता, लैंसडौन, रैथल व दयारा बुग्याल में भी पर्यटकों का तांता लगा हुआ है।होटलों की बुकिंग 80 से 90 प्रतिशत तक पहुंच गई है। 27 दिसंबर को को चौथा शनिवार और 28 को रविवार होने के कारण दो दिन पर्यटकों की संख्या में और इजाफा होने की उम्मीद है।दिसंबर अंतिम सप्ताह में आमतौर पर पहाड़ में बर्फबारी हो जाती थी। इसका दीदार पर्यटकों को रोमांचित करता था। इस बाद शीतकाल में अब बर्फ की सफेद चादर नहीं बिछी है, लेकिन पर्यटकों के उत्साह में कमी नहीं आई है।चमोली जिले के औली में शुक्रवार को पर्यटकों की ऐसी भीड़ उमड़ी कि जाम लग गया। सुबह से देरशाम तक वाहन रेंगते रहे। पर्यटन कारोबारी अजय भट्ट के अनुसार चार हजार से अधिक वाहनों के पहुंचने और सिंगल मार्ग होने के चलते जाम की स्थिति बनी, लेकिन इसके बाद भी पर्यटक घने जंगलों का आनंद ले रहे हैं।
