उत्तराखंड डेली न्यूज:ब्योरो
देश के प्रथम जनरल बिपिन रावत के पैतृक गांव सैंणा में सेना का एडवांस ट्रेनिंग सेंटर बनेगा। गढ़वाल राइफल्स रेजीमेंटल सेंटर ने यह निर्णय लिया है। यहां जवानों को युद्ध के गुर सिखाए जाएंगे। पहले एडवांस कैंप में एक हजार अग्निवीरों ने ट्रेनिंग ली। सैंणा की भौगोलिक परिस्थितियां ट्रेनिंग के लिए बेहतर पाई गईं। यह कदम जनरल रावत को श्रद्धांजलि है और अग्निवीरों को प्रेरित करेगा।देश के पहले चीफ आफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) रहे जनरल बिपिन रावत के पैतृक गांव सैंणा में एडवांस कैंप का प्रयोग सफल रहने के बाद अब जवान यहां युद्ध के गुर भी सीखेंगे।गढ़वाल राइफल्स रेजीमेंटल सेंटर ने पौड़ी जिले के द्वारीखाल ब्लाक स्थित सैंणा गांव को सेना के एडवांस ट्रेनिंग सेंटर के रूप में विकसित करने का निर्णय लिया है।धरातलीय परिस्थितियों में अब तक के सभी ट्रेनिंग सेंटरों के सापेक्ष यह गांव सर्वथा उपयुक्त पाया गया। गांव की दूरी रात में पैदल मार्च के मानकों के अनुरूप भी सटीक है। युद्ध जैसी परिस्थितियों के प्रशिक्षण को भी सैंणा की दुर्गम पहाड़ियां हर दृष्टि से उत्तम हैं।रेजीमेंटल सेंटर की ओर से जनरल बिपिन रावत के पैतृक गांव में लगाए गए पहले एडवांस कैंप से एक हजार अग्निवीर ट्रेनिंग लेकर लौट आए हैं।इस दौरान रेजिमेंट के अधिकारियों ने पाया कि पूर्व में सेंधीखाल, दुगड्डा़, कोटद्वार व सीला क्षेत्र में लगाए जाने वाले एडवांस ट्रेनिंग कैंपों की अपेक्षा सैंणा की परिस्थितियां कई मायनों में काफी बेहतर हैं।सरहद की तरह जहां दुर्गम पहाड़, जंगल व एकांत क्षेत्र सैंणा गांव में मौजूद है, वहीं दुश्मन पर आक्रामण के साथ डिफेंस लेने के दौरान बरती जाने वाली सावधानियों की ट्रेनिंग के पूर्वाभ्यास को भी सैंणा का क्षेत्र काफी वृहद है।
