उत्तराखंड डेली न्यूज: ब्योरो
भवाली के सैनिक स्कूल घोड़ाखाल के कैडेट्स ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु से मुलाकात की। यह भेंट हीरक जयंती समारोह के दौरान हुई। 1966 में स्थापित, यह उत्तराखंड का एकमात्र सैनिक स्कूल है और 10 बार रक्षा मंत्री ट्रॉफी जीत चुका है। यह मिलन विद्यालय की ऐतिहासिक यात्रा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि मानी जाती है।भवाली। सैनिक स्कूल घोड़ाखाल के कैडेट्स ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु से बीते मंगलवार को मुलाकात की। ये मुलाकात हीरक जयंती समारोह के अवसर पर हुई। राष्ट्रपति को बताया कि सैनिक स्कूल घोड़ाखाल देश का 15वां सैनिक स्कूल है। उत्तराखंड का एकमात्र सैनिक स्कूल है जो 1966 में स्थापित किया गया था। स्कूल अब तक 10 बार रक्षा मंत्री ट्रॉफी प्राप्त कर चुका है। सैनिक स्कूल घोड़ाखाल के कैडेट्स की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु से हुई यह भेंट विद्यालय की गौरवशाली यात्रा में एक ऐतिहासिक उपलब्धि के रूप में दर्ज हुई है। पिछले साठ वर्षों से यह संस्थान देश के भावी नेतृत्वकर्ताओं को गढ़ने में अग्रणी रहा है।कैडेट्स के साथ विद्यालय के प्राचार्य ग्रुप कैप्टन विजय सिंह डंगवाल ने कहा कि यह अवसर संपूर्ण घोड़ाखाल परिवार के लिए गर्व और प्रेरणा का स्रोत बना। भारतीय सशस्त्र बलों की सर्वोच्च सेनानायक से हुई यह भेंट कैडेट्स की स्मृतियों में सदैव याद रहेगी।
