उत्तराखंड डेली न्यूज :ब्योरो
उत्तराखंड में वन्यजीवों की दहशत बढ़ रही है, खासकर देहरादून में। एफआरआइ और आइएमए के पास गुलदार की सक्रियता से वन विभाग चिंतित है। आइएमए में पासिंग आउट परेड से पहले, वन विभाग ने कैमरा ट्रैप लगाए हैं और गश्त बढ़ा दी है। एफआरआइ परिसर में पहले भी गुलदार देखे गए हैं, जिससे पर्यटकों के लिए परिसर को बंद कर दिया गया था। वन विभाग की टीम ने आइएमए के पास जंगलों में कैमरा ट्रैप लगाए और सतर्क रहने के निर्देश दिए।उत्तराखंड में पहाड़ से लेकर मैदानी इलाकों तक वन्यजीव दहशत का सबब बने हुए हैं। भालू और गुलदार के हमलों से ग्रामीण क्षेत्रों में जनजीवन पहले ही प्रभावित है, अब वन्यजीवों की आवाजाही शहर के रिहायशी इलाकों तक हो गई है।देहरादून के एफआरआइ और भारतीय सैन्य अकादमी (आइएमए) से सटे जंगलों में गुलदार की सक्रियता ने वन विभाग और प्रशासन की चिंता बढ़ा दी है।वन विभाग ने गुलदार की गतिविधियों पर निगरानी के लिए आइएमए और एफआरआइ के जंगलों में कैमरा ट्रैप लगा दिए हैं। साथ ही गश्त बढ़ाकर रेस्क्यू टीम को हाई अलर्ट पर रखा गया है।यह सतर्कता इसलिए भी अहम है क्योंकि आइएमए में आगामी 13 दिसंबर को पासिंग आउट परेड होने वाली है और इन दिनों परेड की रिहर्सल लगातार चल रही है।एफआरआइ परिसर में पहले भी गुलदार की मौजूदगी दर्ज की गई है। कई बार गुलदार को न्यू फारेस्ट कैंपस के अलग-अलग हिस्सों में देखा गया है।हाल ही में परिसर में गुलदार के शिकार के अवशेष भी मिले, जिससे उसकी सक्रियता की पुष्टि होती है। खतरे को देखते हुए पहले भी एफआरआइ परिसर को पर्यटकों के लिए बंद किया गया था। सोमवार को आइएमए से सटे जंगलों में वन विभाग की टीम ने कैमरा ट्रैप लगाए। साथ ही वन कर्मियों को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं।
