उत्तराखंड डेली न्यूज :ब्योरो
दिल्ली में हुए विस्फोट के बाद उत्तराखंड कनेक्शन सामने आने पर नैनीताल बॉर्डर पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। खुफिया विभाग सक्रिय है और संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रख रहा है। वाहनों और व्यक्तियों की गहन जांच की जा रही है ताकि किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके।दिल्ली ब्लास्ट के उत्तराखंड कनेक्शन के बाद अब नैनीताल जिले के सीमाओं में भी पुलिस फोर्स मुस्तैद रहेगी। इसको लेकर खुफिया विभाग भी अलर्ट मोड में आ गया है। खुफिया विभाग से मिले इनपुट पर देहरादून, हरिद्वार, ऊधमसिंह नगर के बाद अब नैनीताल जिले की पुलिस भी अलर्ट मोड में आ गई है। सीमाओं में चेकिंग अभियान में दो दारोगा, एसओ/एसएचओ समेत 12 सिपाही तैनात रहेंगे। पुलिस मुख्यालय से मिले आदेश के बाद नैनीताल जिले की पुलिस हरकत में आ गई है। इसको लेकर पुलिस ने ऊधमसिंह नगर के रुद्रपुर सीमा से लगे नैनीताल जिले के टांडा जंगल, सितारगंज सीमा से लगे चोरगलिया, किच्छा से आने वाले आम्रपाली कालेज के पास, काशीपुर-बाजपुर के रास्ते में लगने वाले हल्दू व गड़प्पु बैरियर में पुलिस फोर्स तैनात करने का निर्णय लिया है।पहले चरण में पुलिस पांच प्वाइंट पर ही तैनात रहेगी। फिर उसके बाद पूरे 13 प्वाइंटों में पुलिस फोर्स रहेगी। इसको लेकर पुलिस ने योजना तैयार कर ली है। इन जगहों पर छह बैरियरों के साथ ही पुलिस अपने सभी उपकरणों के साथ मुस्तैद रहेगी। दरअसल, दिल्ली में लाल किले के पास हुए कार ब्लास्ट के साजिशकर्ताओं के तार उत्तराखंड से जुड़ रहे हैं। आरोपित ने उत्तराखंड को शेफ मीटिंग प्वाइंट भी कहा था। जिस पर एसटीएफ रुड़की, हरिद्वार और ऊधमसिंह नगर में गुप्त जांच कर रही है। पुलिस के निशाने पर विशेष समुदाय से जुड़े चिकित्सक व प्लेसमेंट एजेंसी संचालक हैं। माना जा रहा है कि दिल्ली ब्लास्ट से पहले आरोपितों ने देहरादून और हरिद्वार के बीच कम से कम तीन बार यात्रा की थी। सूत्रों की मानें तो नैनीताल जिले में भी इनपर खुफिया विभाग नजर रख रहा है। हालांकि पुलिस अधिकारी इस बात को कहने से बच रहे हैं।
