उत्तराखंड डेली न्यूज :ब्योरो
उत्तराखंड राज्य की स्थापना को आज 25 वर्ष पूरे हो चुके हैं। ऐसे में हम आपको इस राज्य की कुछ ऐसी जगहों के बारे में बताएंगे, जहां पर्यटकों की हमेशा भीड़ रहती है। उत्तराखंड, जिसे “देवभूमि” भी कहा जाता है, अपनी प्राकृतिक सुंदरता, आध्यात्मिक वातावरण और शांत पहाड़ियों के लिए पूरे देश में प्रसिद्ध है। 9 नवंबर 2000 को उत्तराखंड भारत का 27वां राज्य बना था, और तब से हर साल आज ही के दिन उत्तराखंड स्थापना दिवस बड़े उत्साह से मनाया जाता है।ये राज्य न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है बल्कि पर्यटन की दृष्टि से भी स्वर्ग माना जाता है। यहां की वादियां, नदियां, झरने और हिमालय की गोद में बसे छोटे-छोटे शहर हर मौसम में पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं।आज के समय में ना सिर्फ देश के लोग, बल्कि विदेशों से भी लोग उत्तराखंड घूमने आते हैं। उत्तराखंड स्थापना दिवस के खास मौके पर जानिए उत्तराखंड की वो लोकप्रिय जगहें, जो सालभर सैलानियों से गुलजार रहती हैं। आप भी यहां जाने का प्लान कर सकते हैं। नैनीताल को ‘झीलों का शहर’ कहा जाता है। हरे-भरे पहाड़ों के बीच बसी नैनी झील इसकी सबसे बड़ी खूबसूरती है। यहां नौकायन, बोटिंग और नेचर वॉक का आनंद लिया जा सकता है। मॉल रोड, नैना देवी मंदिर और स्नो व्यू पॉइंट यहां के प्रमुख आकर्षण हैं। परिवार और कपल्स दोनों के लिए यह एक परफेक्ट डेस्टिनेशन है।क्वीन ऑफ हिल्स’ के नाम से मशहूर मसूरी, देहरादून से लगभग 35 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यहां का ठंडा मौसम, गन हिल पॉइंट, केम्पटी फॉल्स और मॉल रोड पर्यटकों को बेहद आकर्षित करते हैं। ब्रिटिश काल की इमारतें और हरे-भरे पहाड़ इस शहर को और भी खूबसूरत बनाते हैं।ऋषिकेश को ‘योग नगरी’ कहा जाता है और ये आध्यात्मिक शांति का केंद्र है। गंगा नदी के किनारे बसा यह शहर योग, ध्यान और साहसिक गतिविधियों के लिए विश्व प्रसिद्ध है। लक्ष्मण झूला, त्रिवेणी घाट और शाम की गंगा आरती यहां के मुख्य आकर्षण हैं। रिवर राफ्टिंग और बंजी जंपिंग के लिए यह युवाओं की पसंदीदा जगह है।औली भारत का प्रमुख स्कीइंग डेस्टिनेशन है। बर्फ से ढकी पहाड़ियां, देवदार के पेड़ और हिमालय की चोटियों का मनमोहक नजारा इसे सर्दियों का स्वर्ग बनाते हैं। यहां के केबल कार राइड और ट्रेकिंग ट्रेल्स भी सैलानियों को खूब पसंद आते हैं। औली हर साल बर्फ प्रेमियों और एडवेंचर के शौकीनों से भरा रहता है।केदारनाथ भगवान शिव का एक प्रमुख धाम है और बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक है। समुद्र तल से लगभग 3,583 मीटर की ऊंचाई पर स्थित यह मंदिर हिमालय की गोद में बसा है। तीर्थयात्रियों के लिए यह जगह श्रद्धा और आस्था का प्रतीक है। यहां की ट्रेकिंग यात्रा रोमांचक और आध्यात्मिक दोनों अनुभव देती है।बद्रीनाथ भगवान विष्णु को समर्पित चार धामों में से एक है। ये मंदिर अलकनंदा नदी के किनारे बसा है और हर साल लाखों श्रद्धालु यहां दर्शन के लिए आते हैं। आसपास के नीलकंठ पर्वत और तप्त कुंड इस जगह की खूबसूरती को और बढ़ाते हैं। बद्रीनाथ यात्रा को उत्तराखंड का सबसे पवित्र अनुभव माना जाता है।
