उत्तराखंड डेली न्यूज़:ब्योरो
अगर आप भी गुस्से में कभी अपने बच्चे पर हाथ उठा देते हैं, तो एक बार एनएलपी प्रैक्टिशनर पुष्पा शर्मा की ये बात जरूर सुनें। उन्होंने विस्तार से बताया है कि पेरेंट्स के गुस्से और मारपीट का बच्चों की पर्सनैलिटी पर कितना गहरा असर पड़ता है।कहते हैं कि बच्चों का मन बेहद नाज़ुक होता है। छोटी-सी बात भी उनके दिल और दिमाग पर गहरा असर छोड़ सकती है। यही वजह है कि हमेशा कहा जाता है कि सिर्फ माता-पिता ही नहीं, बल्कि हर किसी को बच्चों के सामने संभलकर और सलीके से पेश आना चाहिए। क्योंकि जरा सी चूक उनकी इमोशनल हेल्थ को गहरी चोट पहुंचा सकती है।इसी मुद्दे को समझाते हुए एनएलपी प्रैक्टिशनर पुष्पा शर्मा ने अपने इंस्टाग्राम पर एक कहानी शेयर की है। इसमें उन्होंने एक 12 साल के लड़के का जिक्र किया है, जिसे उसके पिता के एक व्यवहार ने अंदर तक तोड़ दिया। आखिर पापा ने ऐसा क्या किया और उस बच्चे पर इसका क्या असर हुआ चलिए सब कुछ जानते हैं विस्तार से।इंस्टाग्राम पर शेयर की गई एक पोस्ट में पुष्पा ने 12 साल के एक लड़के की कहानी बताई। वह लिखती हैं कि उस दिन बच्चे को स्कूल के लिए सुबह जगाने की कोई जरूरत नहीं पड़ी। वह खुद ही उठ गया, तैयार हुआ। मम्मी से टिफिन के लिए जिद भी नहीं की, जो मिला लिया और लेकर स्कूल चला गया।
