उत्तराखंड डेली न्यूज: ब्योरो
ओहायो स्टेट यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने शिटाकी मशरूम से चलने वाले ‘लिविंग कंप्यूटर’ तैयार किए हैं। उनके अध्ययन में पाया गया कि शिटाकी आधारित डिवाइसेज़ में सेमीकंडक्टर चिप्स जैसी मेमोरी क्षमता होती है। वैज्ञानिकों का मानना है कि इन मशरूम्स का उपयोग कम लागत वाले, पर्यावरण अनुकूल और मस्तिष्क जैसी कार्यप्रणाली वाले कंपोनेंट्स बनाने में किया जा सकता है।
