उत्तराखंड डेली न्यूज:ब्योरो
नेगी दा के सुरों ने समां बांधा, रजत जयंती उत्सव में देर रात तक झूमी धर्मनगरीनेगी दा के सुरों ने समां बांधा, रजत जयंती उत्सव में दहरिद्वार, संवाददाता। हरिद्वार। राज्य स्थापना दिवस के रजत जयंती उत्सव का दूसरा दिन लोक-संगीत की अनोखी छटा के नाम रहा। रोड़ी बेलवाला मैदान में आयोजित भव्य सांस्कृतिक संध्या तब यादगार बन गई, जब लोकगायक सुर सम्राट एवं गढ़रत्न नरेंद्र सिंह नेगी मंच पर पहुंचे। उनकी मधुर आवाज और पहाड़ी लोकधुनों की गूंज से पूरा वातावरण रोमांच से भर उठा। दर्शकों ने तालियों, हूटिंग और नृत्य के जरिये नेगी दा का उत्साह बढ़ाया। नरेंद्र सिंह नेगी ने अपने लोकगीत त्रियुगी नारायण, ठंडो रे ठंडो मेरे पहाड़ों का पानी ठंडो पर दर्शक स्वयं को झूमने से न रोक पाए और जमकर थिरके, बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक सभी ने तालियां बजाकर उनका उत्साह बढ़ाया।हर सुर के साथ जैसे पर्वतीय संस्कृति की आत्मा सजीव हो उठी। कार्यक्रम स्थल पर देर रात्रि तक गीतों की गूंज और उमंग से सराबोर रहा। उनकी सुर लहरियों पर बच्चे, युवा और बुजुर्ग सभी झूमते नजर आए। मैदान में सैकड़ों की भीड़ देर रात तक लोकधुनों के रंग में रंगी रही। हर गीत के साथ जैसे पहाड़ों की संस्कृति जीवंत हो उठी। दर्शकों ने लगातार तालियां बजाकर नेगी दा का मनोबल बढ़ाया और पूरा कार्यक्रम स्थल उल्लास से सराबोर रहा। उनकी मधुर आवाज़ ने श्रोताओं के दिलों को छू लिया।
