उत्तराखंड डेली न्यूज:ब्योरो
केदारनाथ धाम हेली सेवा के लिए सिर्फ दो दिन बचे हैं। हवाई दुर्घटनाओं के बीच हेली सेवाओं ने बंपर कमाई की। दो मई से शुरू सेवा ने अब तक 56 करोड़ से अधिक की कमाई की।केदारनाथ धाम के लिए हेली सेवा अगले दो दिन और चलेंगी। 23 अक्टूबर को कपाट बंद होने के साथ ही धाम के लिए हेली सेवा भी बंद हो जाएगी। इस साल केदारनाथ यात्रा में करीब 140915 यात्रियों ने हेली सेवा का लाभ लिया। इस दौरान हेली कंपनियों ने करीब 56 करोड़ 36 लाख का कारोबार किया।केदारनाथ धाम के लिए इस साल दो मई को कपाट खुलने के साथ ही हेली सेवा शुरू हुई थी। शुरूआत में हेली सेवाओं से बड़ी संख्या में यात्री केदारनाथ पहुंचे, लेकिन बीच में खराब मौसम के चलते हेली सेवाएं प्रभावित होती रहीं। फिर भी हेली सेवाओं से 20 अक्तूबर तक एक लाख 40 हजार 915 यात्री केदारनाथ आए और गए हैं।केदारनाथ धाम के लिए सेवाएं दे रही आर्यन एविएशन, ट्रांस भारत, पवन हंस, थम्बी एविएशन, ग्लोबल वैक्ट्रा हेलीकार्प, ट्रांस भारत एविएशन, हिमालयन हेली, क्रिस्टल एविएशन, ऐरो एविएशन आदि हेली कम्पनियों ने कुल 12270 शटल की है, जिससे उन्होंने 69974 यात्री हेलीकॉप्टर से केदारनाथ भेजे। जबकि 70914 यात्री हेलीकॉप्टर से वापस लाए हैं। केदारनाथ धाम के लिए हेली सेवा का आने जाने का औसतन कुल किराया 8 हजार रुपये हैं। हेली के नोडल अधिकारी राहुल चौबे ने बताया कि हेलीकॉप्टरों की उड़ाने मौसम से काफी प्रभावित रही हैं। इस साल 20 मई तक कुल 12270 शटल हुई है, जिससे 140915 यात्रियों ने लाभ लिया है। हेली दुर्घटना से असरइस साल 15 जून को गौरीकुंड की पहाड़ियों में एक हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त होने से पायलेट सहित सात यात्रियों की मौत हो गई थी। करीब ढ़ाई महीना बंद होने के बाद सितम्बर मध्य में फिर से हेली सेवा शुरू हुई जो अब तक जारी है।
पहले चरण में पहुंचे थे ज्यादा यात्री
दो मई से शुरू हुई यात्रा के पहले चरण में 56044 यात्री हेली से केदारनाथ पहुंचे थे। 13 हजार से अधिक का टिकट रद्द किया गया।
