उत्तराखंड डेली न्यूज: ब्योरो
बदायूं। शहर से चंदाैसी तक रोडवेज की बसों को सरकार ने सभी निर्धारित स्टॉपेज पर रुकने के आदेश दिए गए हैं, ताकि यात्रियों को किसी प्रकार की असुविधा न हो। लेकिन हकीकत इससे बिल्कुल उलट है। इन दिनों रोडवेज बसें केवल वजीरगंज, सैदपुर, बिसौली, फैजगंज जैसे स्टॉप पर तो रुकती हैं, लेकिन बीच के लोकल स्टॉपेजों को अनदेखा किया जा रहा है। सिलहरी, बनकोटा, रहेडिया, दिसौलीगंज, मई बसई जैसे स्टॉपेज पर बसों का न रुकना यात्रियों के लिए बड़ी परेशानी का कारण बन गया है।यात्रियों का कहना है कि यदि वे दिल्ली या देहरादून या फिर मुरादाबाद जाने को स्टॉप पर खड़े हो तो उनकाे रहेडिया स्टॉप से बस मिलना बहुत मुश्किल हो जाती है। बस तभी रुकती है जब सवारी को उतारना होता है। ऐसे में जो लोग बस में सवार हो जाते हैं और उनको भटपुरा जाना हो तो किराया मुडिया धुरेकी का लेना होता है। ओरछी उतरने वालों को चंदौसी का टिकट दिया जाता है। परिचालक स्टॉप न होने की बात कहकर टिकट पर अधिक रुपये लेते हैं। कुछ परिचालक तो लोकल स्टॉप से सवारियां बैठाकर उनसे रुपये तो लेते हैं लेकिन टिकट नहीं देते। ऐसे में रुपये परिचालकों की जेब में ही जाते हैं। इससे न केवल समय बर्बाद होता है बल्कि उन्हें अतिरिक्त किराया भी चुकाना पड़ता है।चंदौसी से गांव लौट रहे थे। परिचालक से रहेडिया का टिकट मांगा तो सैदपुर का टिकट दिया गया। पूछने पर बताया कि रहेडिया पर उनकी बस का स्टॉप नहीं है। रुपये भी अधिक देने पड़े और चार किलोमीटर दूर जाकर उतारा गया। जिससे उनको टेंपो से लौटकर आना पड़ा। -महेंद्र पाल, यात्रीमुरादाबाद जाने को एक घंटे से स्टैंड पर खड़े हैं। रोडवेज की बस तेजी से निकल जा रहीं हैं। चालक बसों को रोकते ही नहीं हैं। जबकि रहेडिया को स्टॉप बनाया गया है। चालकों की मनमानी से यात्री परेशान हो रहे हैं। अधिकारियों को इस ओर ध्यान देना चाहिए। जिससे लोगों को दिक्कतों का सामना न करना पड़े।- संजय कुमार,इस तरह की शिकायतें उनके पास तक नहीं आईं हैं। अगर बसें लोकल स्टॉपेज पर नहीं रुक रही हैं तो मामले को गंभीरता से लिया जाएगा और कार्रवाई की जाएगी।
