उत्तराखंड डेली न्यूज:ब्योरो
उत्तराखंड के गढ़वाल में जंगली जानवरों का आतंक इस कदर बढ़ गया है कि सरकार ने अहम निर्णय लिए हैं। भालू के डर से स्कूल टाइमिंग में बदलाव किया गया है। बियर स्प्रे खरीदे जाएंगे। गंभीर घायलों को 10 लाख मुआवजा।उत्तराखंड में भालू के हमले में गंभीर रूप से घायल होने वाले लोगों के इलाज के लिए तीन लाख के बजाय दस लाख रुपये दिए जाएंगे। आयुष्मान कार्ड वालों को भी अब इलाज का पैसा मिलेगा। इसका प्रस्ताव वन विभाग ने शासन को भेज दिया है। साथ ही सरकार ने कई अहम निर्णय लिए हैं, जिसमें भालू की आवाजाही के कारण स्कूलों का समय एक घंटा आगे बढ़ाया गया है।राज्य में बढ़ते मानव-वन्यजीव संघर्ष के मद्देनजर वन मुख्यालय में हुई बैठक में कई फैसले लिए गए। प्रमुख मुख्य वन संरक्षक रंजन कुमार मिश्रा ने बताया कि भालू और गुलदार प्रभावित क्षेत्रों में अतिरिक्त टीमें तैनात की जाएंगी। रुद्रप्रयाग व अन्य जिलों के प्रभावित गांवों में पहले चरण में झाड़ियों का कटान, स्कूलों की सुरक्षा और रात्रि गश्त की व्यवस्था होगी। बैठक में बताया गया कि मानव-वन्यजीव संघर्ष रोकने के लिए 7.32 करोड़, स्थानीय व्यक्तियों की तैनाती योजना के लिए 30.80 लाख और नवाचार के लिए 36.25 लाख आवंटित किए गए हैं।बियर स्प्रे खरीदे जाएंगे,तय किया गया कि भालुओं को भगाने के लिए वन विभाग बियर स्प्रे खरीदेगा। ये शिमला मिर्च का स्प्रे होता है जो भालुओं की आंखों में हल्की जलन करता है।
अहम निर्णय और निर्देश
रुद्रप्रयाग जिले में भालू की आवाजाही के कारण स्कूलों का समय एक घंटा आगे बढ़ाया जाए। वनकर्मी क्षेत्र में नियमित गश्त करें और गांवों में रहें। मानव-वन्यजीव संघर्ष में घायल लोगों को चिकित्सालय पहुंचाने के लिए विभाग बजट देगा। जिलाधिकारियों के समन्वय से प्रभावित क्षेत्रों में खुले कूड़े का निस्तारण करवाया जाएगा। फायर वॉचर और फील्ड कर्मियों की अतिरिक्त तैनाती होगी। फॉक्स लाइट, बुश कटर, सोलर लाइट, पिंजरों की खरीद होगी। भालू प्रभावित क्षेत्रों में मुख्य वन संरक्षक गढ़वाल की अध्यक्षता में अध्ययन किया जाएगा।आंगनबाड़ी केंद्रों में छुट्टी पौड़ी। कोट ब्लाक के आंगनबाड़ी केंद्र देवार से घर लौट रहे बच्चे पर गुलदार के हमले के बाद क्षेत्र में दशहत का माहौल है। घटना के बाद क्षेत्र के छह आंगनबाड़ी केंद्रों में तीन दिन का अवकाश घोषित की गई है। डीपीओ पौड़ी देवेंद्र थपलियाल ने बताया कि इनमें देवार, वड्डा, चमना, कांडा, नवन व बुरांसी आंगनबाड़ी केंद्र शामिल हैं।
