उत्तराखंड डेली न्यूज :ब्योरो
उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में रेल लाइन बनने से कनेक्टिविटी बढ़ेगी. जिससे बद्रीनाथ धाम का सफर और आसान हो जाएगा. साथ ही पर्यटन और रोजगार को बढ़ावा मिलेगा. जानिए पूरी डिटेल…उत्तराखंड वालों के लिए गुड न्यूज है. यहां देवप्रयाग से गौचर तक 289 करोड़ रुपये के रेलवे स्टेशन बनने वाला है. 23 सितंबर को रेल विकास निगम लिमिटेड ने इसके लिए टेंडर जारी किए थे.इनमें पैकेज दो व तीन के चार-चार स्टेशन शामिल हैं. इनके लिए 28 अक्टूबर तक कंपनियां टेंडर भरेंगी. दरअसल, ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेल लाइन में कुल 13 स्टेशन बनने वाला है. वीरभद्र और योग नगरी ऋषिकेश रेलवे स्टेशन तैयार हो गए हैं. इन दो स्टेशनों में ट्रेनों का संचालन भी शुरू हो गया है. शिवपुरी और व्यासी रेलवे स्टेशन का निर्माण कार्य चल रहा है. रेल परियोजना के पैकेज 2 के तह आने वाले देवप्रयाग जनासू मलेथा श्रीनगर स्टेशनों के निर्माण के लिए 163.45 करोड़ रुपये खर्च होंगे.परियोजना के पैकेज तीन के तहत धारी देवी, तिलनी, घोलतीर और गौचर रेलवे स्टेशन के निर्माण के लिए 126.16 करोड रुपए खर्च होंगे. 21 नवंबर को टेंडर खुलेंगे और इन पर जनवरी से काम शुरू करने की तैयारी है.परियोजना के तहत वीरभद्र, ऋषिकेश, शिवपुरी, व्यासी, देवप्रयाग, जनासू, मलेथा, श्रीनगर (चौरास), धारी देवी, रुद्रप्रयाग (सुमेरपुर), घोलतीर, गौचर और कर्णप्रयाग (सेवई) में 13 स्टेशन बनेंगे. 11 सुरंगों की लंबाई 6 किलोमीटर से ज्यादा होगी.इस परियोजना की कुल लागत 16,216 करोड़ रुपये है. इस पर 2019 में निर्माण कार्य शुरू हुआ, जो 2026 तक काम पूरा होने का लक्ष्य रखा गया है. इसकी कुल लंबाई 126 किमी है. 17 सुरंगों से होकर गुजरेगी. इसमें से 105 किमी लाइन है. जहां सबसे लंबी सुंरग 14.08 किमी (देवप्रयाग से जनासू के बीच) है. वहीं, सबसे छोटी सुरंग 200 मीटर (सेवई से कर्णप्रयाग के बीच)
