उत्तराखंड डेली न्यूज: ब्योरो
बेसिक शिक्षा निदेशालय में डीएलएड प्रशिक्षुओं के परिजनों और निदेशक अजय नौडियाल के बीच जमकर हंगामा और धक्का-मुक्की हुई, जब निदेशक ने वीडियो बना रही महिला का मोबाइल छीन लिया, जिसके बाद पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई है।बेसिक शिक्षा निदेशालय में गुरुवार को जमकर हंगामा हुआ। डीएलएड प्रशिक्षुओं के परिजन और राष्ट्रवादी रीजनल पार्टी के कार्यकर्ता यहां वार्ता के लिए पहुंचे थे। उनके नारेबाजी करने पर निदेशक अजय नौडियाल भड़क गए। उन्होंने वीडियो बना रही महिला का मोबाइल छीन लिया। इस पर छीना-झपटी और धक्का-मुक्की हुई। विभाग ने पुलिस को सरकारी कार्य में बाधा डालने की तहरीर दी है।शिक्षा विभाग ने राज्य के प्राइमरी स्कूलों में 1649 शिक्षकों के पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू की है। वर्ष 2021-22 बैच के डीएलएड प्रशिक्षु लगातार भर्ती प्रक्रिया में शामिल होने को लेकर दबाव बना रहे हैं। क्योंकि उनका कोर्स अभी पूरा नहीं हुआ है। गुरुवार को प्रशिक्षुओं के समर्थन में बड़ी संख्या में लोग बेसिक शिक्षा निदेशालय पहुंचे और प्रदर्शन करने लगे। इस बीच बेसिक शिक्षा निदेशक अपने कार्यालय से बाहर निकले और प्रदर्शनकारियों से उलझने लगे। राष्ट्रवादी रीजनल पार्टी के अध्यक्ष शिव प्रसाद सेमवाल और जिलाध्यक्ष नवीन पंत ने कहा कि वह प्रशिक्षुओं के परिजनों के साथ वार्ता करने गए थे। महानिदेशक दीप्ति सिंह ने पूरे मामले में निदेशक से लिखित में जानकारी तलब की। इधर, डीएलएड प्रशिक्षितों ने पूरे मामले में रोष जताया है। उन्होंने कहा कि भर्ती प्रक्रिया रोकने के लिए इस तरह का हंगामा किया जा रहा है। एजुकेशनल मिनिस्ट्रियल ऑफिसर्स एसोसिएशन ने घटना की भर्त्सना की है। राजकीय शिक्षक संघ की एससीईआरटी शाखा ने प्रशिक्षुओं के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
भर्ती रोकने के लिए बना रहे दबाव: निदेशक
निदेशक अजय नौडियाल ने अपनी सफाई में कहा कि डीएलएड चौथे सेमेस्टर के प्रशिक्षु भर्ती प्रक्रिया रोकने के लिए अनावश्यक दबाव बना रहे हैं। गुरुवार को वह हाईकोर्ट की एक सुनवाई में ऑनलाइन जुड़े थे। शोर-शराबा होने उन्होंने पांच लोगों को वार्ता के लिए बुलाया, लेकिन बाहर अत्यधिक हंगामा होने पर उन्होंने लोगों को कार्यालय से बाहर जाने और वीडियो नहीं बनाने के लिए कहा। जिस पर उनसे भीड़ कर अभद्रता की गई।
