उत्तराखंड डेली न्यूज: ब्योरो
जवाहरनगर में बिजली के स्मार्ट मीटर लगाने पहुंची टीम को लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा। उग्र लोगों और टीम के बीच छीना झपटी भी हुई। हंगामा बढ़ता देख टीम को बैरंग लौटना पड़ा।हल्द्वानी के वार्ड 14 टनकपुर रोड जवाहरनगर में बिजली के स्मार्ट मीटर लगाने पहुंची टीम को लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा। उग्र लोगों और टीम के बीच छीनाझपटी भी हुई। यूपीसीएल के अधिकारियों के समझाने पर भी लोग नहीं माने। हंगामा बढ़ता देख टीम को बैरंग लौटना पड़ा। शहर में निजी कंपनी यूपीसीएल के लिए स्मार्ट मीटर लगाने का काम कर रही है। मंगलवार सुबह 11 बजे वार्ड 14 टनकपुर रोड जवाहरनगर पहुंचकर टीम पुराने मीटर हटाने लगी। भनक लगते ही पार्षद समेत कई लोग मौके पर पहुंचकर विरोध करने लगे। देखते ही देखते भीड़ बढ़ती गई। जबरन मीटर लगाने के दौरान टीम और लोगों में छीनाझपटी भी हुई। लोगों ने स्मार्ट मीटर लगाने के पीछे की वजह पूछी लेकिन टीम ने कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया। हंगामे की सूचना पर यूपीसीएल के एसडीओ यूके भास्कर भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने लोगों को स्मार्ट मीटर के बारे में जानकारी दी। इस पर लोगों ने पूर्व में सूचना न दिए जाने पर भी नाराजगी जताई। करीब एक घंटे तक चले हंगामे के बाद टीम बैरंग लौट गई। एसडीओ ने बताया कि लोग मीटर लगाने के लिए राजी हो गए हैं, पुन: अभियान चलाया जाएगा। स्मार्ट मीटर का इससे पहले बरेली रोड वार्ड-20 में भी विरोध हुआ था। लोगों का कहना है कि स्मार्ट मीटर लगने के बाद बिजली के बिल ज्यादा आ रहे हैं। हालांकि यूपीसीएल फोन पर ही बिजली खर्च का डाटा उपलब्ध कराने का दावा कर रहा है। मंगलवार को विरोध कर रहे लोगों का कहना था कि खपत से अधिक बिल आने से लोग परेशान हैं। ऐसे मामलों का समाधान किया जाना चाहिए। जवाहरनगर में लोगों के विरोध की सूचना मिली थी। लोगों ने स्मार्ट मीटर लगाने के लिए समय मांगा है। लोगों को स्मार्ट मीटर के फायदे बताकर प्रेरित किया जा रहा है। – प्रदीप कुमार, ईई, यूपीसीएल स्मार्ट मीटर लगाने के लिए उपभोक्ता की सहमति जरूरी नहीं है। राज्य में ऐसा कोई प्रावधान नहीं है। स्मार्ट मीटर सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है। उपभोक्ताओं को बेहतर सुविधा देने के लिए ही स्मार्ट मीटर लगाकर बिलिंग प्रक्रिया को पारदर्शी बनाया गया है। यह उपभोक्ता के हित में उपयोगी है।
