उत्तराखंड डेली न्यूज: ब्योरो
शारिरिक और मानसिक रूप से खुद को फिट रखने के लिए सुबह-सुबह योगा करना बहुत ही जरूरी माना जाता है. अगर आप रोजाना सुबह उठकर योग करना शुरू कर देंगे तो आपको खुद शरीर में बदलाव देखने को मिलेंगे.आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में लोग खुद की फिटनेस का ध्यान रखना ही भूल गए हैं. ऐसे में शारिरिक और मानसिक रूप से खुद को फिट रखने के लिए सुबह-सुबह योगा करना बहुत ही जरूरी माना जाता है. अगर आप रोजाना सुबह उठकर योग करना शुरू कर देंगे तो आपको खुद शरीर में बदलाव देखने को मिलेंगे. साथ ही आप पूरे दिन पॉजिटिव और एनर्जेटिक भी महसूस करेंगे. इसी के चलते आज हम आपको ऐसे 5 योग बताने जा रहे हैं जिनके साथ आप अपनी सुबह की शुरुआत कर सकते हैं.
1. सूर्यनमस्कार
सूर्य नमस्कार एक संपूर्ण योग अभ्यास है, जिसमें 12 अलग-अलग आसानों का संगम होता है. अपने आपको एक्टिव करने के लिए आप सुबह की शुरुआत इस योगासन से करें. इससे मानसिक स्वास्थ्य बेहतर होता है और पूरे दिन पॉजिटिविटी भी बनी रहती है.
2.त्रिकोणासन
सुबह-सुबह उठकर आप त्रिकोणासन भी जरूर करें. इससे बॉडी की स्ट्रेचिंग अच्छे से होती है और फ्लेक्सिबिलिटी भी बढ़ती है. साथ ही थकान को दूर करने के लिए ये योगासन बहुत ज्यादा लाभदायक माना जाता है. इसके अलावा रोजाना नौकासन करने से बॉडी का बैलेंस भी ठीक होता है.
3. भुजंगासन
अगर आपको अपनी पीठ दर्द से छुटकारा पाना है तो आप रोजाना भुजंगासन करना शुरू कर दें. साथ ही इससे अपच, गैस, मितली जैसे पेट से जुड़ी समस्याओं में भी राहत मिलती है. अगर आपको फेफड़ों की क्षमता में सुधार करना है तो इस योगासन को अपनी दिनचर्या में शामिल कर सकते हैं.
4.कपाल भाति
वेट लॉस या फिर अपने पेट की चर्बी को कम करने के लिए आप कपाल भाति कर सकते हैं. इससे तनाव कम होता है और बॉडी में एनर्जी का लेवल भी बढ़ता है. साथ ही बीपी रोगियों के लिए भी ये आसान बहुत फायदेमंद माना जाता है.
5. पद्मासन
शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को सुधारने के लिए आप रोजाना पद्मासन कर सकते हैं. इससे शरीर का लचीलापन बढ़ता है और पाचन क्रिया भी बेहतर होती है. साथ ही रीढ़ की हड्डी भी इससे मजबूत होती है. इसके अलावा अगर आप तनाव, चिंता से राहत पाना चाहते हैं तो पद्मासन जरूर करें. वहीं, काम में एकाग्रता बढ़ाने के लिए भी ये योगासन बहुत लाभदायक हो सकता है.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.

