उत्तराखंड डेली न्यूज़: ब्योरो
संघ लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित सिविल सेवा परीक्षा की तरह उत्तर प्रदेश पीसीएस परीक्षा को बिना कोचिंग क्रैक करना आसान बात नहीं है लेकिन आज हम आपको यूपी के सीतापुर के छोटे से गांव की प्रतीक्षा त्रिपाठी से मिलवा रहे हैं जिन्होंने नौकरी के साथ तैयारी की और पीसीएस परीक्षा पास कर इतिहास रच दिया।संघ लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित सिविल सेवा परीक्षा की तरह उत्तर प्रदेश पीसीएस परीक्षा को बिना कोचिंग क्रैक करना आसान बात नहीं है लेकिन आज हम आपको यूपी के सीतापुर के छोटे से गांव की प्रतीक्षा त्रिपाठी से मिलवा रहे हैं जिन्होंने नौकरी के साथ तैयारी की और पीसीएस परीक्षा पास कर इतिहास रच दिया।SDM प्रतीक्षा त्रिपाठी ने फॉरेस्ट ऑफिसर की ड्यूटी करते हुए यूपी सिविल सर्विस की तैयारी की और रैंक 20 लाकर टॉप किया। हालांकि, उनके लिए UP PCS परीक्षा क्रैक करना आसान नहीं था।एसडीएम प्रतीक्षा त्रिपाठी उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले की लहरपुर तहसील के अंतर्गत आने वाले दुगाना गांव की रहने वाली हैं। प्रतीक्षा 7 भाई-बहन हैं, जिसमें 5 बहनें और दो भाई हैं। प्रतीक्षा सबसे छोटी हैं।प्रतीक्षा त्रिपाठी की 8वीं तक की पढ़ाई उस स्कूल से हुई जहां पिता नौकरी करते थे। स्कूलिंग के बाद उन्होंने बीएससी करने का मन बनाया। इसके लिए सेक्रेट हार्ड डिग्री कालेज सीतापुर में दाखिला लिया।प्रतीक्षा ने 2016 में BSc की डिग्री हासिल की और अपने कॉलेज में टॉप किया था। ग्रेजुशन में टॉप करने के बाद प्रतीक्षा को तत्कालीन राज्यपाल राम नाईक ने गोल्ड मेडल देकर सम्मानित किया था।इसके बाद उनका चयन वन विभाग में Forest Range Officer के पद पर हुआ लेकिन उन्हें एसडीएम बनना था वह सरकारी नौकरी के साथ ही यूपी पीसीएस की तैयारी करती थीं। इसके लिए कभी कोई कोचिंग नहीं की।साल 2022 की यूपी पीसीएस परीक्षा में प्रतीक्षा त्रिपाठी को रैंक 20 हासिल हुआ। उनका चयन डिप्टी कलेक्टर यानी एसडीएम के पद के लिए हुआ।
