उत्तराखंड डेली न्यूज: ब्योरो
इथियोपिया में 10,000 साल बाद हायली गुब्बी ज्वालामुखी में हुए विस्फोट से विमानन अलर्ट जारी किया गया है। राख के गुबार के कारण इंडिगो की एक फ्लाइट को अहमदाबाद डायवर्ट किया गया। यह राख का गुबार उत्तरी भारत की ओर बढ़ सकता है, जिससे विमानन कंपनियों की चिंताएं बढ़ गई हैं। भारत तक पहुंचा 10,000 साल बाद हुए महा-विस्फोट का साया, अलर्ट जारी, इंडिगो की फ्लाइट ने बदला रास्ता,इथियोपिया में 10,000 साल बाद हायली गुब्बी ज्वालामुखी में हुए विस्फोट से विमानन अलर्ट जारी किया गया है। राख के गुबार के कारण इंडिगो की एक फ्लाइट को अहमदाबाद डायवर्ट किया गया। यह राख का गुबार उत्तरी भारत की ओर बढ़ सकता है, जिससे विमानन कंपनियों की चिंताएं बढ़ गई हैं।
इथियोपिया में करीब 10,000 साल बाद एक बड़े ज्वालामुखी में विस्फोट हुआ है। इसके कारण सोमवार को बड़ा विमानन अलर्ट जारी किया गया। इस अभूतपूर्व घटना के चलते इंडिगो की कन्नूर से अबू धाबी जा रही फ्लाइट 6E 1433 को अहमदाबाद की ओर डायवर्ट करना पड़ा। यह ज्वालामुखी विस्फोट क्षेत्र के इतिहास की सबसे असाधारण घटनाओं में से एक बताया जा रहा है। विमान सुरक्षित रूप से अहमदाबाद उतरा और इंडिगो ने यात्रियों के लिए कन्नूर वापसी की सेवा संचालित करने की घोषणा की है।: भारत तक पहुंचा 10,000 साल बाद हुए महा-विस्फोट का साया, अलर्ट जारी, इंडिगो की फ्लाइट ने बदला रास्ता,इथियोपिया में 10,000 साल बाद हायली गुब्बी ज्वालामुखी में हुए विस्फोट से विमानन अलर्ट जारी किया गया है। राख के गुबार के कारण इंडिगो की एक फ्लाइट को अहमदाबाद डायवर्ट किया गया। यह राख का गुबार उत्तरी भारत की ओर बढ़ सकता है, जिससे विमानन कंपनियों की चिंताएं बढ़ गई है।
नई दिल्ली: इथियोपिया में करीब 10,000 साल बाद एक बड़े ज्वालामुखी में विस्फोट हुआ है। इसके कारण सोमवार को बड़ा विमानन अलर्ट जारी किया गया। इस अभूतपूर्व घटना के चलते इंडिगो की कन्नूर से अबू धाबी जा रही फ्लाइट 6E 1433 को अहमदाबाद की ओर डायवर्ट करना पड़ा। यह ज्वालामुखी विस्फोट क्षेत्र के इतिहास की सबसे असाधारण घटनाओं में से एक बताया जा रहा है। विमान सुरक्षित रूप से अहमदाबाद उतरा और इंडिगो ने यात्रियों के लिए कन्नूर वापसी की सेवा संचालित करने की घोषणा की है।
विमानन कंपनियों पर अलर्ट का साया
व्यवधान इथियोपिया के हायली गुब्बी ज्वालामुखी से निकले राख के गुबार के कारण हुआ। यह ज्वालामुखी रविवार को लगभग 10,000 साल के बाद फटा था। अनुमान है कि राख के ये गुबार उत्तरी भारत की ओर बढ़ सकते हैं। इससे इस क्षेत्र से गुजरने वाले विमान मार्गों पर चिंताएं बढ़ गई हैं। भारतीय विमानन प्राधिकरण और एयरलाइंस सोमवार शाम से दिल्ली और जयपुर के ऊपर उड़ान संचालन पर संभावित प्रभाव की निगरानी कर रहे हैं। कुछ उड़ानों ने पहले ही राख के गुबार से बचने के लिए अपने मार्ग बदल लिए हैं।अकासा एयर ने एक एडवाइजरी जारी करते हुए कहा कि वह अंतरराष्ट्रीय विमानन प्रोटोकॉल के अनुसार ज्वालामुखी गतिविधि पर बारीकी से नजर रख रही है। कंपनी ने जोर देकर कहा कि यात्रियों की सुरक्षा उसकी ‘सर्वोच्च प्राथमिकता’ है।
