उत्तराखंड डेली न्यूज़: ब्योरो
उत्तराखंड की पावन धरती ने सदियों से वीरता, भक्ति और सेवा की अमिट गाथाएँ रची हैं। इसी धरती पर जन्मी और पली-बढ़ी, संतोष भंडारी जी आज एक ऐसे नाम के रूप में सामने आई हैं, जो महिला सशक्तिकरण की सजीव मिसाल बन चुकी हैं। भंडारी जीवन संघर्ष, परिश्रम और समाज के लिए समर्पण से भरा हुआ है। उन्होंने अपनी कर्मभूमि को केवल परिवार तक सीमित नहीं रखा, बल्कि समाज और उत्तराखंड की बेहतरी के लिए अपने जीवन के अनमोल क्षण समर्पित किए। संतोष भंडारी का व्यक्तित्व इस बात का प्रमाण है कि यदि महिला सशक्तिकरण की अवधारणा को किसी ने अपने जीवन में साकार किया है, तो वे निस्संदेह उनमें से एक हैं। उन्होंने अपनी सोच और कार्यशैली से यह सिद्ध कर दिया कि महिलाएँ केवल घर की चारदीवारी तक सीमित नहीं हैं, बल्कि वे समाज को नई दिशा देने की सामर्थ्य भी रखती हैं। उनका कार्य उत्तराखंड के हर उस महिला-पुरुष के लिए प्रेरणा है, जो अपने जीवन को समाज सेवा और जनकल्याण के लिए समर्पित करना चाहता है। भगवान बद्री विशाल की कृपा से, संतोष भंडारी ने जो राह चुनी है, उसमें उन्हें हर कदम पर सफलता और समाज का सहयोग मिलता रहा है। कठिनाइयाँ आईं, अवरोध आए, लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी। उनकी यही जिजीविषा उन्हें साधारण से असाधारण बनाती है। जब कोई महिला अपने हृदय में दृढ़ निश्चय लेकर समाज की सेवा करने का संकल्प लेती है, तो स्वयं भगवान भी उसके लिए मार्ग प्रशस्त करते हैं।आने वाला समय गवाह बनेगा कि संतोष भंडारी जी को केवल एक समाजसेवी के रूप में नहीं, बल्कि एक क्रांतिकारी महिला के रूप में याद किया जाएगा। उनकी सोच और कर्म आने वाली पीढ़ियों को यह संदेश देंगे कि परिवर्तन केवल भाषणों और नारों से नहीं आता, बल्कि जमीनी स्तर पर कार्य करने से आता है। उत्तराखंड की संस्कृति, शिक्षा, महिला उत्थान और सामाजिक न्याय के लिए उनका योगदान इस पर्वतीय प्रदेश की धरोहर बन चुका है।उनके व्यक्तित्व का सबसे बड़ा आकर्षण है – समर्पण और निष्ठा। वे कभी किसी पुरस्कार या सम्मान की अपेक्षा नहीं रखतीं। उनका उद्देश्य है कि उत्तराखंड की बेटियाँ आत्मनिर्भर बनें, समाज की महिलाएँ अपने अधिकारों के प्रति जागरूक हों और युवाओं में सकारात्मक सोच का संचार हो। यही उनके जीवन का सबसे बड़ा सपना है।आज जब हम महिला सशक्तिकरण की चर्चा करते हैं, तो यह कहना अनुचित नहीं होगा कि संतोष भंडारी जी का नाम इस दिशा में एक उज्ज्वल नक्षत्र के रूप में उभर रहा है। उनका जीवन और कार्य यह प्रमाण है कि नारी शक्ति जब संकल्प लेती है, तो समाज की तस्वीर और तकदीर दोनों बदल सकती हैं। गर्व है कि उत्तराखंड की इस वीर भूमि ने हमें संतोष भंडारी जी जैसी प्रेरणादायी शख्सियत दी। उनकी राह के हर अवरोध को दूर करें और उन्हें समाज सेवा की इस यात्रा में सदैव आशीर्वाद प्रदान करें। आने वाली पीढ़ियाँ निश्चित रूप से उन्हें एक क्रांतिकारी महिला के रूप में याद करेंगी, जिन्होंने उत्तराखंड की आत्मा को नई ऊर्जा दी।
