उत्तराखंड डेली न्यूज़ श्रीनगर
आयुर्वेद दिवस के उपलक्ष्य पर हे0 न0 ब0 गढ़वाल विश्वविद्यालय, श्रीनगर गढ़वाल के वानिकी एवं प्राकृतिक संसाधन विभाग द्वारा एक कार्यशाला एवं जन जागरण रैली का कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
जिसमें आयुर्वेद को अपने जीवन में अपनाने के लिए यह जागरूकता अभियान शुरू किया गया है। इस अवसर पर वानिकी विभाग के द्वारा वाद-विवाद और पोस्टर की प्रतियोगिता भी आयोजित की गयी। इस प्रतियोगिता में कृषि संकाय के समस्त विभागों के छात्र-छात्राओं द्वारा प्रतिभाग किया गया है। जिसमें विजेयता को पुरूस्कार स्वरूप क्रमशः प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान पाने वाले प्रतिभागी को रूपये 1000, 500 एवं 300 की धनराशि एवं प्रमाण पत्र प्रदान कर प्रोत्साहित किया गया।
इस दिवस के अवसर पर पहली बार विश्वविद्यालय के चौरास परिसर में सफेद चन्दन का वृक्षारोपण किया गया। वानिकी एवं प्राकृतिक संसाधन विभाग में सफेद चन्दन की पौधशाला तैयार की गयी है। जिसमें लगभग 500 पौधे उपलब्ध हैं। वानिकी विभाग तीन जनपदों पौड़ी, टिहरी और रूद्रप्रयाग में चन्दन के वृक्षारोपण और उसके संरक्षण पर जल्द ही एक परियोजना शुरू करने का विचार कर रहा है। चन्दन के वृक्षारोपण करने हेतु उचित स्थान एवं कृषकों का चयन पर कार्य किया जा रहा है। जिसमें लगभग 1000 चन्दन की पौध का वृक्षारोपण किया जायेगा। जिसके माध्यम से स्थानीय कृषकों की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी।
इस अवसर पर कार्यक्रम के संयोजक डा0 जे0एस0 बुटोला ने बताया किया कि यह कार्यक्रम आयुष मन्त्रालय के एन0एम0पी0बी0 नई दिल्ली के तत्वाधान में वानिकी एवं प्राकृतिक संसाधन विभाग में संचालित हर्बल गार्डन परियोजना के अन्तर्गत किया गया। जिसका उद्देश्य औषधीय पौधों का उत्पादन एवं संरक्षण के साथ साथ जन मानस में जागरूकता फैलाना है।
कृषि संकाय अध्यक्ष प्रो0 ए0के0 नेगी द्वारा अवगत कराया गया कि विभाग में चन्दन के पौधे एवं पौधारोपण की तकनीक मौजूद है जो कि आगामी समय मे परियोजना के माध्यम से कृषकों को प्रशिक्षण देने के काम में आयेगी। इस अवसर पर प्रो0 आर0 सी0 सुन्द्रियाल, विभागाध्यक्ष ने अवगत कराया कि उत्तराखण्ड सरकार द्वारा चन्दन की खेती करने वाले कृषकों का पंजीकरण करने का प्रावधान है। जिससे चन्दन की कटायी के समय उसकी मार्केटिंग करने में आसानी होती है।
इस अवसर पर प्रो0 ए0के0नेगी, प्रो0 आर0सी0 सुन्द्रियाल, प्रो0 जे0 एस0चौहान, प्रो0 आर0 एस0 नेगी, डॉ0 विजयकान्त पुरोहित, डॉ0 डी0 के0 राणा, प्रो0 डी0एस0 चौहान, प्रो0 मुनेश कुमार, डॉ0 तेजपाल बिष्ट, डॉ0 बबीता पाटनी, डॉ0 दीप्ति प्रभा, डॉ0 हिमशिखा गुसाई, डॉ0 बी0 पी0 चमोला, डॉ0 एल0एस0 कण्डारी, डॉ0 जे0 एस0 बुटोला, प्रिया बन्सल एवं कृषि संकाय के शोध छात्र-छात्रा व 100 से ज्यादा छात्र/छात्राओं द्वारा भी प्रतिभाग किया गया।