उत्तराखंड दैनिक समाचार ;ब्यूरो
जिला प्रशासन की ओर से टनल में फंसे 40 मजदूरों का ब्योरा दिया गया है. यह सभी मजदूर देश के अलग-अलग राज्यों के हैं. इनमें सबसे ज्यादा मजदूर यूपी और झारखंड के हैं।
उत्तरकाशी के बड़कोट में टनल में फंसे मजदूरों को तीस घंटे से ज्यादा का समय हो गया है. उन्हें सुरक्षित बाहर निकालने के लिए लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है. उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी भी आज रेस्क्यू ऑपरेशन का जायजा लेने पहुंचे. टनल में चालीस मजदूर फंसे हुए हैं. इस बीच प्रशासन ने टनल में फंसे मजदूरों की सूची जारी की है. इनमें सबसे ज्यादा मजदूर झारखंड से हैं.
जिला प्रशासन की ओर से टनल में फंसे 40 मजदूरों का ब्योरा दिया गया है. यह सभी मजदूर देश के अलग-अलग राज्यों के हैं इनमें सबसे ज्यादा मजदूर झारखंड के बताए जा रहे हैं, दूसरे नंबर पर उत्तर प्रदेश के मजदूरों की संख्या है और तीसरे नंबर पर ओडिशा के मजदूर हैं.सबसे ज्यादा झारखंड के मजदूर प्रशासन से जारी सूची के मुताबिक टनल में फंसे चालीस मजदूरों में से झारखंड के 15 मजदूर हैं, जबकि बिहार के 3 मजदूर बताए जा रहे हैं. इनके अलावा बंगाल के 4, उत्तराखंड के 2, हिमाचल का 1, उत्तर प्रदेश के 8, असम के 2, उड़ीसा के 5 मजदूर शामिल हैं. इन मजदूरों को टनल में फंसे हुए 30 घंटों से ज्यादा का समय हो गया है।
एक तरह जहां वक्त की सुई आगे बढ़ रही हैं वहीं दूसरी तरफ रेस्क्यू ऑपरेशन को तेज किया जा रहा है. टनल में एक सुराग बनाकर अंदर ऑक्सीजन पहुंचाई गई है और इन लोगों को खाना भी दिया जा रहा है. वहीं वॉकी-टॉकी की मदद से कुछ मजदूरों से संपर्क भी हुआ है. सभी मजदूर अभी सुरक्षित हैं. सीएम धामी घटनास्थल पर पहुंचे।
सोमवार सुबह प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी मौके पर पहुंचे हुए हैं और इस पूरे मामले पर संज्ञान ले रहे हैं. अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही सभी मजदूरों को सुरक्षित निकाल लिया जाएगा. इसके लिए प्रयास जारी है. लगभग 200 लोगों की टीम इन लोगों को निकालने में लगी हुई है, जिसमें आईटीबीपी, एनडीआरफ, एसडीआरएफ, फायर ब्रिगेड और जिला प्रशासन की टीम भी शामिल है.
इन सभी लोगों की मदद से मजदूरों को निकालने की कोशिश की जा रही है. यह सभी 40 मजदूरों की सूची जिला प्रशासन के द्वारा जारी की गई है. ये सूची बढ़ भी सकती है. इसको लेकर कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई है. सीएम धामी ने भी अधिकारियों को दिशा निर्देश जारी करते हुए कहा है कि जल्द से जल्द सभी मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकल जाए और इस पूरे मामले की बाद में एक जांच भी कराई जाएगी.