🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞
🌤️ *दिनांक – 25 नवम्बर 2023*
🌤️ *दिन – शनिवार*
🌤️ *विक्रम संवत – 2080*
🌤️ *शक संवत -1945*
🌤️ *अयन – दक्षिणायन*
🌤️ *ऋतु – हेमंत ॠतु*
🌤️ *अमांत – 9 गते मार्गशीर्ष मास प्रविष्टि*
🌤️ *राष्ट्रीय तिथि – 4 कार्तिक मास*
🌤️ *मास – कार्तिक*
🌤️ *पक्ष – शुक्ल*
🌤️ *तिथि – त्रयोदशी शाम 05:22 तक तत्पश्चात चतुर्दशी*
🌤️ *नक्षत्र – अश्विनी दोपहर 02:56 तत्पश्चात भरणी*
🌤️ *योग – वरीयान 26 नवम्बर रात्रि 03:53 तक तत्पश्चात परिघ*
🌤️ *राहुकाल – सुबह 09:29 से सुबह 11:46 तक*
🌞 *सूर्योदय- 06:49*
🌤️ *सूर्यास्त- 17:18*
👉 *दिशाशूल – पूर्व दिशा में*
🚩 *व्रत पर्व विवरण- वैकुण्ठ चतुर्दशी*
💥 *विशेष – त्रयोदशी को बैंगन खाने से पुत्र का नाश होता है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
💥 *ब्रह्म पुराण’ के 118 वें अध्याय में शनिदेव कहते हैं- ‘मेरे दिन अर्थात् शनिवार को जो मनुष्य नियमित रूप से पीपल के वृक्ष का स्पर्श करेंगे, उनके सब कार्य सिद्ध होंगे तथा मुझसे उनको कोई पीड़ा नहीं होगी। जो शनिवार को प्रातःकाल उठकर पीपल के वृक्ष का स्पर्श करेंगे, उन्हें ग्रहजन्य पीड़ा नहीं होगी।’ (ब्रह्म पुराण’)*
💥 *शनिवार के दिन पीपल के वृक्ष का दोनों हाथों से स्पर्श करते हुए ‘ॐ नमः शिवाय।’ का 108 बार जप करने से दुःख, कठिनाई एवं ग्रहदोषों का प्रभाव शांत हो जाता है। (ब्रह्म पुराण’)*
💥 *हर शनिवार को पीपल की जड़ में जल चढ़ाने और दीपक जलाने से अनेक प्रकार के कष्टों का निवारण होता है ।(पद्म पुराण)*
🌞 *~ वैदिक पंचांग ~* 🌞
🌷 *वैकुंठ चतुर्दशी के दिन सुख समृद्धि बढ़ाने* 🌷
➡ *25 एवं 26 नवम्बर 2023 को वैकुंठ चतुर्दशी है |*
🙏🏻 *देवीपुराण के अनुसार इस दिन जौ के आटे की रोटी बनाकर माँ पार्वती को भोग लगाया जाता है और प्रसाद में वो रोटी खायी जाती है | माँ पार्वती को भोग लगाकर जौ की रोटी प्रसाद में जो खाते है उनके घर में सुख और संम्पति बढती जायेगी, ऐसा देवीपुराण में लिखा है | वैकुंठ चतुर्दशी के दिन अपने-अपने घर में जौ की रोटी बनाकर माँ पार्वती को भोग लगाते समय ये मंत्र बोले –*
🌷 *ॐ पार्वत्यै नम:*
🌷 *ॐ गौरयै नम:*
🌷 *ॐ उमायै नम:*
🌷 *ॐ शंकरप्रियायै नम:*
🌷 *ॐ अंबिकायै नम:*
🙏🏻 *माँ पार्वती का इन मंत्रों से पूजन करके जौ की रोटी का भोग उनको लगायें, फिर घर में सब रोटी खायें | जौ का दलिया, जौ के आटे की रोटी खानेवाले जब तक जियेंगे तब तक उनकी किडनी बढ़िया रहेंगी, किडनी कभी ख़राब नहीं होगी | शरीर में कही भी सूजन हो किडनी में सूजन, लीवर में सूजन, आतों में सूजन है तो जौ की रोटी खायें, इससे सब तकलीफ दूर हो जाती है |*
🌞 *~ वैदिक पंचांग ~* 🌞
🌷 *तुलसी* 🌷
🙏🏻 *ब्रह्मवैवर्त पुराण, प्रकृति खण्ड के अनुसार*
🌷 *सुधाघटसहस्रेण सा तुष्टिर्न भवेद्धरेः।*
*या च तुष्टिर्भवेन्नृणां तुलसीपत्रदानतः।।*
*गवामयुतदानेन यत्फलं लभते नरः।*
*तुलसीपत्रदानेन तत्फलं लभते सति।।*
🙏🏻 *हजारों घड़े अमृत से नहलाने पर भी भगवान श्रीहरि को उतनी तृप्ति नहीं होती है, जितनी वे मनुष्यों के तुलसी का एक पत्ता चढ़ाने से प्राप्त करते हैं।दस हजार गोदान से मानव जो फल प्राप्त करता है, वही फल तुलसी-पत्र के दान से पा लेता है।*
🙏🏻 *ब्रह्मवैवर्त पुराण के अनुसार*
*जो पुरुष कार्तिक मास में श्रीहरि को तुलसी अर्पण करता है, वह पत्र-संख्या के बराबर युगों तक भगवान के धाम में विराजमान होता है। फिर उत्तम कुल में उसका जन्म होता और निश्चित रूप से भगवान के प्रति उसके मन में भक्ति उत्पन्न होती है, वह भारत में सुखी एवं चिरंजीवी होता है।*
🌷 *शिबिराम्यन्तरे भद्रा स्थापिता तुलसी नृणाम् ।*
*धनपुत्रप्रदात्री च पुण्यदा हरिभक्तिदा ।।*
*प्रभाते तुलसीं दृष्ट्वा स्वर्णदानफलं लभेत् । ब्रह्मवैवर्तपुराण, श्रीकृष्णजन्मखण्ड, अध्याय 103)*
🌿 *घरके भीतर लगायी हुई तुलसी मनुष्योंके लिये कल्याणकारिणी, धन – पुत्र प्रदान करनेवाली, पुण्यदायिनी तथा हरिभक्ति देनेवाली होती है । प्रातःकाल तुलसीका दर्शन करनेसे सुवर्ण – दानका फल प्राप्त होता है ।*
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