उत्तराखंड दिल्ली न्यूज़ :ब्यूरो
देहरादून। यूपीईएस स्कूल ऑफ डिजाइन ने ह्यूमैन-कंप्यूटर इंटरेक्शन (एचसीआई) के क्षेत्र में प्रतिष्ठित इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस – एसीएम (एसोसिएशन फॉर कंप्यूटिंग मशीनरी) के सहयोग से इंडिया एचसीआई 2023 का आयोजन किया। कॉन्फ्रेंस के 14वें एडिशन को दुनियाभर से आए शोधकर्ताओं और विद्वानों ने सराहा जो कि एचसीआई के क्षेत्र में अपने शोध प्रस्तुत करने के लिए जमा हुए थे।एचसीआई फॉर इनेबलिंग क्रिएटिविटी’ के थीम पर आधारित इस इवेंट ने क्रिएटिविटी और एचसीआई के मेल पर केंद्रित कई सार्थक चर्चाओं को प्रेरित किया। यह कॉन्फ्रेंस शोधकर्ताओं, इस क्षेत्र में कार्यरत पेशवरों और छात्रों के लिए उपयोगी मंच साबित हुआ और साथ ही, इस पर अनेक श्रेणियों के शोध-कार्यों को प्रस्तुत किया गया।इस साल कॉन्फ्रेंस के 14वें एडिशन में भाग लेने वाले प्रमुख वक्ताओं में प्रोफे. वेंकटेश राजामणिक्कम, आईडीसी स्कूल ऑफ डिजाइन, आईआईटी बॉम्बे, प्रोफे. जेनेट रीड, यूनीवर्सटी ऑफ सैंट्रल लैंकशायर, यूके, श्री लॉरेंस लू, संस्थापक, एक्सोफेंस एआई, तथा डॉ बलविंदर सिंह, वीपी, सैमसंग इलैक्ट्रॉनिक्स, इंडिया शामिल थे। वक्ताओं ने एआई से लेकर डिजाइन एजुकेशन के भविष्य समेत XR में मल्टीमोडल इंटरेक्शन समेत अन्य कई विषयों पर उपस्थित प्रतिभागियों का ज्ञानवर्धन किया। साथ ही, छात्रों ने एआई, वीआर और गेम डिजाइन जैसे विषयों पर अपने विचार रखें और वाहनों की मोबिलिटी तथा ट्रांसपोर्टेशन के बारे में प्रस्तुतियां दीं।इसके अलावा, कॉन्फ्रेंस के चलते नेटवर्किंग अवसर भी सामने आए और प्रतिभागियों को पैनल चर्चाओं, इंटरेक्टिव वर्कशॉप तथा अन्य कई रोचक सत्रों के जरिए परस्पर जानकारी का आदान-प्रदान करने का मौका मिला।
यूपीईएस स्कूल ऑफ डिजाइन ने शैक्षिक श्रेष्ठता और नवीनता के प्रति समर्पण के लिए साख बनायी है और यह इंटरडिसीप्लीनरी विचार-विमर्श तथा परस्पर सहयोग के लिए जाना जाता है। इस कॉन्फ्रेंस ने एचसीआई कम्युनिटी पर अपना काफी प्रभाव छोड़ा है और डिजाइन तथा टैक्नोलॉजी में प्रगति तथा विकास के लिए काफी योगदान भी दिया है। कई नए ट्रैक्स की पेशकश, जैसे आर्ट्स एवं विमेन तथा एचसीआई ने समोवशन के लिए निष्ठा को दोहराने के साथ-साथ भारत में एचसीआई के भविष्य को आकार देने में योगदान दिया है।