🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞
🌤️ *दिनांक – 15 दिसम्बर 2023*
🌤️ *दिन – शुक्रवार*
🌤️ *विक्रम संवत – 2080*
🌤️ *शक संवत -1945*
🌤️ *अयन – दक्षिणायन*
🌤️ *ऋतु – हेमंत ॠतु*
🌤️ *अमांत – 29 गते मार्गशीर्ष मास प्रविष्टि*
🌤️ *राष्ट्रीय तिथि – 24 कार्तिक मास*
🌤️ *मास – मार्गशीर्ष*
🌤️ *पक्ष – शुक्ल*
🌤️ *तिथि – तृतीया रात्रि 10:30 तक तत्पश्चात चतुर्थी*
🌤️ *नक्षत्र – पूर्वाषाढा सुबह 08:10 तक तत्पश्चात उत्तराषाढा*
🌤️ *योग – वृद्धि सुबह 10:17 तक तत्पश्चात ध्रुव*
🌤️ *राहुकाल – सुबह 10:56 से दोपहर 12:12 तक*
🌞 *सूर्योदय – 07:05*
🌤️ *सूर्यास्त- 17:19*
👉 *दिशाशूल – पश्चिम दिशा में*
🚩 *व्रत पर्व विवरण-
💥 *विशेष – तृतीया को पर्वल खाना शत्रुओं की वृद्धि करने वाला है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
🌞 *~ वैदिक पंचांग ~* 🌞
🌷 *षडशीति-धनु संक्रान्ती* 🌷
👉 *16 दिसम्बर 2023 शनिवार को षडशीति संक्रान्ती है ।*
🙏 *पुण्यकाल : शाम 04:09 से सूर्यास्त तक… जप,तप,ध्यान और सेवा का पूण्य 86000 गुना है !!!*
🙏 *इस दिन करोड़ काम छोड़कर अधिक से अधिक समय जप – ध्यान, प्रार्थना में लगायें।*
🙏 *षडशीति संक्रांति में किये गए जप ध्यान का फल ८६००० गुना होता है – (पद्म पुराण )*
🌞 *~ वैदिक पंचांग ~🌞
🌷 *शक्ति संवर्धक आहार* 🌷
🍪 *बाजरे के आटे में तिल मिलाकर बनायी गयी रोटी पुराने गुड़ व घी के साथ खाना, यह शक्ति-संवर्धन का उत्तम स्रोत है। 100 ग्राम बाजरे से 45 मि.ग्रा कैल्शियम, 5 मि.ग्रा. लौह व 361 कैलोरी ऊर्जा प्राप्त होती है। तिल व गुड़ में भी कैल्शियम व लौह प्रचुर मात्रा में पाये जाते हैं।*
🌞 *~ वैदिक पंचांग ~* 🌞
🌷 *सकारात्मक ऊर्जा बढ़ाने के लिए* 🌷
🐄 *तुलसी की अथवा गाय की ९ बार प्रदक्षिणा करने से व्यक्ति की सकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है ..ऐसे ही ओंकार जप से सकारात्मक ऊर्जा के साथ भगवत प्रीति भी बढ़ती है तुलसी और गौ का आभा मंडल ३ मीटर की दूरी तक फैला होता है वैज्ञानिक लेमों मूर्ति ने कहा है कि गौ, तुलसी, पीपल, सफ़ेद आंकड़ा, गोबर ये घनात्मक ऊर्जा देते हैं**
🌞 *~ वैदिक पंचांग ~* 🌞
🌷 *नारी सौभाग्य मंत्र* 🌷
🏡 *किसी के घर में ज्यादा उपद्रव होता हो, ज्यादा अशांति होती हो और बहने बेचारी तंग आ गयी हों, तो एक नारी सौभाग्य कर्ण मंत्र आता है। बीज मंत्र हैं उसमें, ८ अक्षर हैं उसमें। ८ अक्षर में से ४ बार तो ॐ ही आता है। ४ अक्षर दूसरे हैं तो कितना सरल हो गया ।*
🌷 *ॐ ॐ ह्रीं ॐ क्रिम ह्रीं ॐ स्वाहा ।*
👌🏻 *और इसकी १० माला जपनी होती है सूर्य उगने से पहले । और सुहागन स्त्री को । पुरुष को नही जपना है ।*
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