उत्तराखंड डेली न्यूज़: ब्यूरो
उत्तराखण्ड एड्स नियंत्रण समिति देहरादून के सौजन्य से नवोदय कला विकास समिति देहरादून स्टेट हैंडलूम एक्सपो में नुक्कड़ नाटक के माध्यम से लोगों को जागरूक्त किया ,उन्हें बताया ऐच.आई .वी कैसें फैलता हैं ,बचाव का तरीक़ा कैसें पता करे व उपचार बताया ,कलाकारों ने नुक्कड़ नाटक के माध्यम से लोगों को जानकारी दी ,इस नाटक में गौरव , मोहित,गरिमा ,नीतीश ,प्रेरना , भूपेन्द्र भट्ट कलाकारों ने भाग लिए। यह कार्यक्रम दिन के 4 बजे किया गया ।कलाकारों ने अपनी कला के माध्यम से अपने विचार लोगो तक पहुँचाया । इस स्टेट हैंडलूम एक्सपो में अन्य प्रकार के स्टाल हैं जिसमे से एक स्टालो राजस्थान की चादर का भी है जिसमे प्योर कॉटन ,मसलिन कॉटन ,पर्किल कॉटन आदि जैसी चादरें हाथों से बनाई गई हैं ।इसमें अनेक – अनेक क़िस्म की चादर और कुशन कवर भी हैं , इन सब का मूल्य 800 रुपए से 3,500 रुपए तक का है । यह सब सामान दिखने में बहुत ही सुंदर हैं और लोगों को काफ़ी पसंद आ रहें हैं ।यहाँ पर एक स्टाल तुषार हैंडलूम नाम से भी हैं जो रुड़की के निवासी हैं ,इनके स्टाल पर पहाड़ी सदरी शाऊल , पहाड़ी टोपी उपलब्ध हैं , जिनका मूल्य 350 रुपए से 2000 रुपए तक का हैं ।इनका सारा काम हैंडलूम का है और लोगों को इनकी पहाड़ी वस्तुयें पसंद आ रहीं हैं ।
[2/7, 8:11 PM] Rawat Ji. Uttarakhnd Khabar: स्टेट हैंडलूम एक्सपो में अंतिम दिन भी चल रही है खूब खरीदारी ।
स्टेट हैंडलूम एक्सपो में एक स्टाल राजस्थान के मशहूर चादर का भी हैं इसमें प्योर कॉटन ,मशलीन कॉटन ,पर्कील कॉटन आदि का इस्तेमाल हुआ हैं और ये सारा काम हैण्डब्लॉक का हैं ।इसमें अलग- अलग तरह की चादरे हैं जैसें की अनोखी चादर , हैण्डब्लॉक बेडकवर , कॉटन कुशन कवर आदि है ।राजस्थान जयपुर बागुरु में
5 -6 लोग मिलकर यह काम करते हैं । इसका मूल्य 800 रुपए से – 3,500 रुपए तक हैं । लोगो को यह राजस्थानी चादरे काफ़ी पसंद आ रहीं हैं । एक स्टाल एवर्ग्रीन जे एंड के नाम का भी है जो अपने कड़ाई दार सूटो से लोगो का मन लुभा रहें हैं । जिनका मूल्य 600 रुपए से 10,000 रुपए तक का हैं ।वैसे भी आजकल लोगों में कश्मीरी सूटो की माँग बहुत ज़दा हैं जिसका लुफ़्त बहुत लोग उठा रहें हैं । यहाँ पर एक स्टाल तुषार हैंडलूम नाम से भी हैं जो रुड़की के निवासी हैं ,इनके स्टाल पर पहाड़ी सदरी शाऊल , पहाड़ी टोपी उपलब्ध हैं , जिनका मूल्य 350 रुपए से 2000 रुपए तक का हैं ।इनका सारा काम हैंडलूम का है और लोगों को इनकी पहाड़ी वस्तुयें पसंद आ रहीं हैं ।