उत्तराखंड डेली न्यूज़: ब्यूरो
प्रौद्योगिकी, सुराज एवं विज्ञान प्रौद्योगिकी विभाग, उत्तराखंड के अन्तर्गत कार्यरत संस्था उत्तराखण्ड विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान केन्द्र (यूसर्क), देहरादून के खाते में आज एक नई बड़ी उपलब्धि जुड गयी है, जब यूसर्क एवं भारतीय विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान (IISER) मोहाली के मध्य उत्तराखण्ड राज्य के छात्र-छात्राओं एवं अध्यापकों को विज्ञान शिक्षा अनुसंधान एवं नवाचार के साथ ही वैज्ञानिक अभिवृत्ति के विकास तथा अन्तर्राष्ट्रीय स्तर की शोध संस्थाओं में एक्सपोजर प्रदान करने हेतु “मेमोरेंडम ऑफ अण्डरस्टैंडिग (MOU)” पर IISER मोहाली में हस्ताक्षर किये गये।
उक्त समझौते पर यूसर्क की ओर से यूसर्क निदेशक प्रो (डॉ) अनीता रावत तथा आई. आई. एस. ई. आर., मोहाली की ओर से भारतीय विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान (IISER) मोहाली के निदेशक प्रो० गौरीशंकर ने हस्ताक्षर किये।
एम०ओ०यू० पर हस्ताक्षर के उपरान्त यूसर्क निदेशक प्रो. (डॉ.) अनीता रावत ने बताया कि समझौते के आधार पर दोनों संस्थान मिलकर उत्तराखंड जैसे भौगोलिक रूप से विशिष्ट राज्य के छात्र-छात्राओं को विज्ञान शिक्षा तथा वैज्ञानिक अनुसंधानों को स्तरीय बनाने तथा इसके अनुप्रयोगों तथा लाभों को प्रदेश के प्रत्येक व्यक्ति तक पहुंचाने हेतु मिलकर काम करेंगे। उन्होंने इस समझौते को अभूतपूर्व बताते हुए बताया कि अन्तर्राष्ट्रीय स्तर की संस्था IISER के साथ यूसर्क के समझौते का लक्ष्य उत्तराखण्ड के छात्र-छात्राओं एवं अध्यापकों को बुनियादी विज्ञान (बेसिक साइंस) के अग्रणी एवं नवीन क्षेत्रों में हो रहे शोधों से परिचित कराना तथा उन्हें लाभान्वित करना है, ताकि हमारे प्रदेश में भी विज्ञान एवं तकनीकी के क्षेत्र में त्वरित बौद्धिक विकास करते हुए उत्कृष्ट एवं जीवंत शैक्षणिक वातावरण तैयार किया जा सके। इस समझौते का मूल उद्देश्य शिक्षण, शैक्षिणिक उत्कृष्टता तथा नवीन अनुसंधानों के वैश्विक केन्द्र के रूप में उभरते संस्थानों से प्रदेश के विद्यार्थियों, अध्यापकों, शोधार्थियों को परिचित करवाकर नवीन एवं नवाचार शोध हेतु प्रेरित करना है।
भारतीय विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान (IISER) मोहाली के निदेशक प्रो० गौरीशंकर ने कहा कि IISER मोहाली का उत्त्तराखण्ड विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान केन्द्र (यूसर्क) जैसी सुदूर ग्रामीण अंचल एवं धरातलीय स्तर पर कार्य करने वाली संस्था के साथ जुडना एक सुखद संयोग बताया। उन्होंने कहा कि इस द्वि-पक्षीय समझौते के तहत उत्तराखण्ड के छात्र-छात्राओं, शोधार्थियों एवं अध्यापको को IISER में हैण्डस ऑन ट्रेनिंग प्रदान करना, मिलकर सहयोगात्मक रूप से अनुसंधान करना तथा विभिन्न आउटरीच कार्यक्रमों का आयोजन करना सहज हो जायेगा, जिसमें उत्तराखण्ड के विद्यार्थियों, शोधार्थियों एवं अध्यापको को तो लाभ मिलेगा ही, और IISER मोहाली भी अपने उद्देश्यों के अनुरूप अपने विज्ञान शिक्षा के प्रसार का कार्य और अधिक प्रभावी रूप से कर पायेगा।
कार्यक्रम में डीन आउटरीच प्रो० अमित कुलश्रेष्ठ के साथ ही भारतीय विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान (IISER) के विभिन्न प्राध्यापक उपस्थित रहे।