उत्तराखंड डेली न्यूज़:ब्यूरो
सुशीला इंस्टिट्यूट एवं मेडिकल साइंस संस्थान देहरादून द्वारा आज “साइंस फॉर सस्टेनेबल फ्यूचर” कार्यशाला का आयोजन आज संस्थान के सभागार में किया गया।
इस अवसर पर मुख्य वक्ता के रूप में
यूसर्क के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ भवतोष शर्मा ने “विकसित भारत के लिए भारतीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी (Indian Science & Technology for Viksit Bgarat)” विषय पर मुख्य व्याख्यान दिया। अपने व्याख्यान में डॉ भवतोष ने कहा कि हमको विभिन्न वैज्ञानिक एवं अनुसंधान संबंधी कार्यों में नवाचार पर फोकस करते हुए आगे बढ़ने की आवश्यकता है। उन्होंने इस अवसर पर विभिन्न भारतीय वैज्ञानिकों के द्वारा किए गए कार्यों, भारतीय विज्ञान परम्परा, भारतीय विज्ञान एवं तकनीकी के शिक्षा, रक्षा, अनुसंधान, कृषि, अंतरिक्ष विज्ञान, चिकित्सा विज्ञान आदि क्षेत्रों में भारत द्वारा अर्जित उपलब्धियों पर विस्तार से बताया।
द्वितीय सत्र में पहला व्याख्यान कैंसर रिसर्च इंस्टीट्यूट, स्वामी राम हिमालयन यूनिवर्सिटी जॉली ग्रांट के अनुसंधानवेत्ता श्री रजत काला ने “कैंसर के उपचार में भारत का योगदान” विषय पर अपना व्याख्यान दिया तथा विज्ञान दिवस 2024 की थीम “विकसित भारत हेतु स्वदेशी तकनीक” पर अति महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की।
कार्यक्रम के तीसरे सत्र में संस्थान के शिक्षक श्री विक्रांत सिंह चमयाल ने “इंडिजीनस टेक्नोलॉजीज फॉर विकसित भारत” विषय पर व्याख्यान दिया।
दिनाँक 28 फरवरी को विज्ञान दिवस पर विभिन्न प्रतियोगिताएं आयोजित की गयीं। संस्थान के छात्र छात्राओं ने “कृत्रिम बुद्धिमत्ता एवं सतत विकास” विषय पर वाद विवाद प्रतियोगिता, “विज्ञान एवं पर्यावरण संरक्षण” विषय पर ड्रॉइंग पेंटिंग प्रतियोगिताएं आदि आयोजित की गयीं तथा विजेताओं को अतिथियों द्वारा सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता संस्थान के निदेशक श्री तुषार सिंघल ने करते हुए कार्यक्रम को बहुत उपयोगी बताया। संस्थान की प्राचार्या डॉक्टर ज्योति पंत ने विज्ञान दिवस पर सभी को अपने अपने दैनिक कार्यों को विज्ञान अवधारणा के आधार पर करते हुए पर्यावरण संरक्षण के विषय में बताया।
कार्यक्रम का संचालन डॉ प्रियंका पुंडीर ने किया।
इस अवसर पर डॉ रविंद्र कपूर्वान, डॉक्टर प्रियंका पुंडीर, सोहन जगूड़ी , विक्रांत चम्याल , आकाश गुसांई , देवेंद्र रुहारी, ग्लोरी इब्राहिम , रश्मि चंद ,मीना कोचर, प्रवीना रावत सहित संस्थान के 100 छात्र छात्राओं सहित समस्त टीचिंग एवं नॉन टीचिंग स्टाफ नर्सिंग एवं पैरामेडिकल उपस्थित रहे।