
*~ हिन्दू पंचांग ~*

*दिनांक – 06 मई 2024*
*दिन – सोमवार*
*विक्रम संवत – 2081 (गुजरात-महाराष्ट्र अनुसार 2080)*
*शक संवत -1946*
*अयन – उत्तरायण*
*ऋतु – ग्रीष्म ॠतु*
*अमांत – 19 गते वैशाख मास प्रविष्टि*
*राष्ट्रीय तिथि – 12 चैत्र मास*
*मास – वैशाख (गुजरात और महाराष्ट्र अनुसार चैत्र)*
*पक्ष – कृष्ण*
*तिथि – त्रयोदशी दोपहर 02:40 तक तत्पश्चात चतुर्दशी*
*नक्षत्र – रेवती शाम 05:43 तक तत्पश्चात अश्विनी*
*योग – प्रीति रात्रि 12:29 तक तत्पश्चात आयुष्मान*
*राहुकाल – सुबह 07:14 से सुबह 08:54 तक*
*सूर्योदय- 05:30*
*सूर्यास्त- 18:58*
*दिशाशूल – पूर्व दिशा में*
*व्रत पर्व विवरण – मासिक शिवरात्रि,पंचक (समाप्त : शाम 05:43)*
*विशेष – त्रयोदशी को बैंगन खाने से पुत्र का नाश होता है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
*~ वैदिक पंचांग ~*
*नकारात्मक ऊर्जा मिटाने के लिए*
*07 मई 2024 मंगलवार को दर्श अमावस्या और 08 मई, बुधवार को वैशाख अमावस्या है।*
*घर में हर अमावस अथवा हर १५ दिन में पानी में खड़ा नमक (१ लीटर पानी में ५० ग्राम खड़ा नमक) डालकर पोछा लगायें । इससे नेगेटिव एनेर्जी चली जाएगी । अथवा खड़ा नमक के स्थान पर गौझरण अर्क भी डाल सकते हैं ।*
*~ वैदिक पंचांग ~*
*अमावस्या*
*अमावस्या के दिन जो वृक्ष, लता आदि को काटता है अथवा उनका एक पत्ता भी तोड़ता है, उसे ब्रह्महत्या का पाप लगता है (विष्णु पुराण)*
*~ वैदिक पंचांग ~*
*धन-धान्य व सुख-संम्पदा के लिए*
*हर अमावस्या को घर में एक छोटा सा आहुति प्रयोग करें।*
*सामग्री : १. काले तिल, २. जौं, ३. चावल, ४. गाय का घी, ५. चंदन पाउडर, ६. गूगल, ७. गुड़, ८. देशी कर्पूर, गौ चंदन या कण्डा।*
*विधि: गौ चंदन या कण्डे को किसी बर्तन में डालकर हवनकुंड बना लें, फिर उपरोक्त ८ वस्तुओं के मिश्रण से तैयार सामग्री से, घर के सभी सदस्य एकत्रित होकर नीचे दिये गये देवताओं की १-१ आहुति दें।*
*आहुति मंत्र*
*१. ॐ कुल देवताभ्यो नमः*
*२. ॐ ग्राम देवताभ्यो नमः*
*३. ॐ ग्रह देवताभ्यो नमः*
*४. ॐ लक्ष्मीपति देवताभ्यो नमः*
*५. ॐ विघ्नविनाशक देवताभ्यो नमः*