
उत्तराखंड डेली न्यूज़: ब्योरो

वॉकहार्ट हॉस्पिटल्स के ओन्कोसर्जन डॉ. तीरथराम कौशिक के मुताबिक, पेपर कपों में माइक्रोप्लास्टिक-कोटिंग से कैंसर हो सकता है। मणिपाल अस्पताल (दिल्ली) के ऑन्कोलॉजिस्ट मृदुल मल्होत्रा ने एक स्टडी के हवाले से कहा, “पेपर कप में 15 मिनट गर्म लिक्विड रहने से लगभग 25,000 माइक्रोप्लास्टिक्स पार्टिकल निकलते हैं। रोज़ाना लगभग 3 पेपर कप में… चाय/कॉफी पीने से इंसान… 75,000 माइक्रोप्लास्टिक पार्टिकल निगलता है।”