🙏🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞🙏
🌤️ *दिनांक – 19 जनवरी 2024*
🌤️ *दिन – शुक्रवार*
🌤️ *विक्रम संवत – 2080*
🌤️ *शक संवत -1945*
🌤️ *अयन – उत्तरायण*
🌤️ *ऋतु – शिशिर ॠतु*
🌤️ *अमांत – 5 गते माघ मास प्रविष्टि*
🌤️ *राष्ट्रीय तिथि – 29 मार्गशीर्ष मास*
🌤️ *मास – पौष*
🌤️ *पक्ष – शुक्ल*
🌤️ *तिथि – नवमी शाम 07:51तक तत्पश्चात दशमी*
🌤️ *नक्षत्र – भरणी 20 जनवरी रात्रि 02:50 तक तत्पश्चात कृत्तिका*
🌤️ *योग – साध्य दोपहर 12:46 तक तत्पश्चात शुभ*
🌤️ *राहुकाल – सुबह 11:10 से दोपहर 12:27 तक*
🌞 *सूर्योदय-07:13*
🌤️ *सूर्यास्त- 17:44*
👉 *दिशाशूल – पश्चिम दिशा में*
🚩 *व्रत पर्व विवरण-
💥 *विशेष – नवमी को लौकी खाना गोमांस के समान त्याज्य है।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
🌞 *~ वैदिक पंचांग ~* 🌞
🌷 *घर का मुखिया* 🌷
👴🏻 *घर का मुखिया अगर दक्षिण-पश्चिम के कमरे में रहता हो तो घर सुखी रहता है |*
🌞 *~ वैदिक पंचांग ~* 🌞
🌷 *सर्दियों के लिए बल व पुष्टि का खजाना* 🌷
👉🏻 *रात को भिगोयी हुई १ चम्मच उड़द की दाल सुबह महीन पीसकर उसमें २ चम्मच शुद्ध शहद मिलाके चाटें | १ – १.३० घंटे बाद मिश्रीयुक्त दूध पियें | पूरी सर्दी यह प्रयोग करने से शरीर बलिष्ठ और सुडौल बनता है तथा वीर्य की वृद्धि होती है |*
👉🏻 *दूध के साथ शतावरी का २ – ३ ग्राम चूर्ण लेने से दुबले-पतले व्यक्ति, विशेषत: महिलाएँ कुछ ही दिनों में पुष्ट जो जाती हैं | यह चूर्ण स्नायु संस्थान को भी शक्ति देता हैं |*
👉🏻 *रात को भिगोयी हुई ५ – ७ खजूर सुबह खाकर दूध पीना या सिंघाड़े का देशी घी में बना हलवा खाना शरीर के लिए पुष्टिकारक है |*
👉🏻 *रोज रात को सोते समय भुनी हुई सौंफ खाकर पानी पीने से दिमाग तथा आँखों की कमजोरी में लाभ होता है |*
👉🏻 *आँवला चूर्ण, घी तथा शहद समान मात्रा में मिलाकर रख लें | रोज सुबह एक चम्मच खाने से शरीर का बल, नेत्रज्योति, वीर्य तथा कांति में वृद्धि होती है | हड्डियाँ मजबूत बनती हैं |*
👉🏻 *१०० ग्राम अश्वगंधा चूर्ण को २० ग्राम घी में मिलाकर मिट्टी के पात्र में रख दें | सुबह ३ ग्राम चूर्ण दूध के साथ नियमित लेने से कुछ ही दिनों में बल-वीर्य की वृद्धि होकर शरीर हृष्ट-पुष्ट बनता है |*
👉🏻 *शक्तिवर्धक खीर : ३ चम्मच गेहूँ का दलिया व २ चम्मच खसखस रात को पानी में भिगो दें | प्रात: इसमें दूध और मिश्री डालकर पकायें | आवश्यकता अनुसार मात्रा घटा-बढ़ा सकते हैं | यह खीर शक्तिवर्धक है |*
👉🏻 *हड्डी जोडनेवाला हलवा : गेहूँ के आटे में गुड व ५ ग्राम बला चूर्ण डालके बनाया गया हलवा (शीरा) खाने से टूटी हुई हड्डी शीघ्र जुड़ जाती है | दर्द में भी आराम होता है |*
👉🏻 *सर्दियों में हरी अथवा सूखी मेथी का सेवन करने से शरीर के ८० प्रकार के वायु-रोगों में लाभ होता है |*
👉🏻 *सब प्रकार के उदर-रोगों में मट्ठे और देशी गाय के मूत्र का सेवन अति लाभदायक है | (गोमूत्र न मिल पाये तो गोझरण अर्क का उपयोग कर सकते हैं |*
🌞 *~ वैदिक पंचांग ~* 🌞
🌷 *नारियल के पानी से वायु होता हो तो* 🌷
➡ *नारियल का पानी गुनगुना करके पियो, उसमे जरा-सा नमक, जरा-सा एक कालीमिर्च का पाऊडर मिलाके लें | वह वायु काट देगा |*
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