🌹🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞🌹
🌤️ *दिनांक – 21 जनवरी 2024*
🌤️ *दिन – रविवार*
🌤️ *विक्रम संवत – 2080*
🌤️ *शक संवत -1945*
🌤️ *अयन – उत्तरायण*
🌤️ *ऋतु – शिशिर ॠतु*
🌤️ *अमांत – 7 गते माघ मास प्रविष्टि*
🌤️ *राष्ट्रीय तिथि – 1 पौष मास*
🌤️ *मास – पौष*
🌤️ *पक्ष – शुक्ल*
🌤️ *तिथि – एकादशी शाम 07:26 तक तत्पश्चात द्वादशी*
🌤️ *नक्षत्र – रोहिणी 22 जनवरी रात्रि 03:52 तक तत्पश्चात मृगशिरा*
🌤️ *योग – शुक्ल सुबह 09:47 तक तत्पश्चात ब्रह्म*
🌤️ *राहुकाल – शाम 04:22 से शाम 05:40 तक*
🌞 *सूर्योदय- 07:13*
🌤️ *सूर्यास्त- 17:44*
👉 *दिशाशूल – पश्चिम दिशा में*
🚩 *व्रत पर्व विवरण- पुत्रदा एकादशी*
💥 *विशेष – हर एकादशी को श्री विष्णु सहस्रनाम का पाठ करने से घर में सुख शांति बनी रहती है l राम रामेति रामेति । रमे रामे मनोरमे ।। सहस्त्र नाम त तुल्यं । राम नाम वरानने ।।*
💥 *आज एकादशी के दिन इस मंत्र के पाठ से विष्णु सहस्रनाम के जप के समान पुण्य प्राप्त होता है l*
💥 *एकादशी के दिन बाल नहीं कटवाने चाहिए।*
💥 *एकादशी को चावल व साबूदाना खाना वर्जित है | एकादशी को शिम्बी (सेम) ना खाएं अन्यथा पुत्र का नाश होता है।*
💥 *जो दोनों पक्षों की एकादशियों को आँवले के रस का प्रयोग कर स्नान करते हैं, उनके पाप नष्ट हो जाते हैं।*
🌞 *~ वैदिक पंचांग ~* 🌞
🌷 *पुत्रदा एकादशी* 🌷
➡️ *20 जनवरी 2024 शनिवार को शाम 07:27 से 21 जनवरी, रविवार को 07:26 तक एकादशी है।*
💥 *विशेष – 21 जनवरी 2024 रविवार को एकादशी का व्रत (उपवास) रखे।*
🙏🏻 *पुत्रदा एकादशी ( पुत्र की इच्छा से व्रत करनेवाला पुत्र पाकर स्वर्ग का अधिकारी हो जाता है | सब पापों को हरनेवाले इस व्रत का माहात्म्य पढ़ने व सुनने से अग्निष्टोम यज्ञ का फल मिलता है | )*
🌞 *~ वैदिक पंचांग ~* 🌞
🌷 *दुकान में उन्नति* 🌷
👉🏻 *सुबह दुकान खोलने पर थोड़ी कपूर जला कर आरती कर लें और जहाँ दुकान के मालिक बैठते हों वहां, जिधर से ग्राहक आते हों उधर भी आरती कर लें| इससे दुकान में उन्नति होगी|*
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