उत्तराखंड डेली न्यूज़: ब्योरो
*एसपी रुद्रप्रयाग के निर्देशन में “पुलिस गुरुजी पढ़ौला अर नौना नौनि तें नई-नई बात बतलौला” के तहत निरन्त चलती रहेगी पुलिस की पाठशाला*
साइबर ठगी जैसे अपराधों पर लगाम लगाने का एक शानदार तरीका आम जनमानस के बीच जागरुकता का होना आवश्यक है। जन-जागरुकता को प्रभावी बनाने हेतु स्कूल एक सशक्त माध्यम होते हैं। एसपी रुद्रप्रयाग अक्षय प्रहलाद कोंडे द्वारा दिये गये निर्देशों के क्रम में कोतवाली रुद्रप्रयाग पर नियुक्त जसपाल सिंह एवं अपर उपनिरीक्षक शशिधर प्रसाद थपलियान ने राजकीय इंटर कॉलेज काण्डई दशज्यूला एवं राजकीय इंटर कॉलेज घिमतोली के छात्र-छात्राओं को साइबर अपराध, नशे के दुष्प्रभाव, बालमन पर पड़ने वाले मोबाइल फोन के दुष्प्रभाव, हाल ही में लागू हुए नये कानूनी प्रावधानों सम्बन्धी विषयों पर जागरुक कर अपने आस-पास के लोगों को भी जागरुक किये जाने हेतु बताया गया।
साइबर सम्बन्धी अपराधों की जानकारी देते हुए बताया कि आजकल साइबर ठग भोले-भाले लोगों को ठगने के लिए नये-नये पैतरे अपना रहे हैं। जैसे कि उनके रिश्तेदार बनकर स्वयं को अस्पताल में भर्ती होने या उनको किसी इमरजेन्सी में पैसे भेजने की रिक्वेस्ट करना, नकली पुलिस बनकर किसी अपराध में फंसा देने की धमकी देना, व्हट्सएप पर अलग प्रकार की एपीके फाइल्स भेजना, नौकरी का ऑफर देना या लॉटरी या बैंक लोन देने की गारंटी देने जैसे कॉल्स किये जाते हैं। ऐसे कॉल्स पर किसी प्रकार का रिस्पांस न करने तथा अपने बैंक तथा एटीएम कार्ड पर लिखे तीन अंकीय गुप्तकोड व एटीएम, आधारकार्ड इत्यादि की जानकारी न देने के बारे में अवगत कराया गया।
नशे के दुष्प्रभावों के प्रति जागरुक करते हुए उन्होने बताया कि नशे की लत युवा पीढ़ी के लिए कितनी घातक हो सकती है और इससे कैसे बचा जा सकता है। नशे से दूर रहने व एक स्वस्थ्य जीवन शैली जीने के लिए उपस्थित छात्रों का मार्गदर्शन किया।
कोविड काल यानि वर्ष 2020 के बाद से स्कूलों में ऑनलाइन पढ़ाई का प्रचलन प्रारम्भ होने से लगभग हरेक छात्र के पास मोबाइल फोन हैं, ऐसे में मोबाइल फोन का उपयोग सही ढंग से करने तथा बेवजह के कन्टेन्ट या रील्स को देखने में समय बरबाद न करने के बारे में जागरुक किया गया। मोबाइल का उपयोग पढ़ाई के लिए करने हेतु बताया गया।
माह जुलाई 2024 से लागू हुए नए कानूनों की बुनियादी जानकारी देते हुए बताया गया कि इन कानूनों का उद्देश्य समाज में सुरक्षा और न्याय सुनिश्चित करना है। उपस्थित छात्र-छात्राओं को बताया गया कि वे उनको बतायी गयी जानकारी को अपने घर-परिवार व समाज में भी साझा करें, ताकि आपकी दी गयी जानकारी से अन्य लोग भी जागरुक हो सकें। पुलिस द्वारा दी गयी जानकारी का छात्र-छात्राओं व विद्यालयों के प्रधानाचार्य जी सहित विद्यालय के स्टाफ ने आभार प्रकट किया गया।