उत्तराखंड डेली न्यूज़ :ब्योरो
एयरो इंडिया 2025 की आयोजन प्रक्रिया की अंतिम तैयारियां हो चुकी हैं। यह शो एयरो इंडिया फोर्स स्टेशन येलहंका में आयोजित किया जा रहा है, जहां आगंतुकों, प्रदर्शकों और प्रतिनिधियों को एक उन्नत, विशाल और सुविधाजनक अनुभव की उम्मीद है। इस संस्करण में प्रमुख बुनियादी ढांचे के सुधार, बेहतर यातायात प्रबंधन, बहुस्तरीय सुरक्षा उपायों और डिजिटल कनेक्टिविटी का विशेष ध्यान रखा गया है।
एयरो इंडिया 2025 कि मुख्य विशेषताएँ:-
(ए) उन्नत बुनियादी ढाँचा और यातायात प्रबंधन. पिछली चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए, बेहतर यातायात प्रबंधन, निर्बाध प्रवेश और कनेक्टिविटी के लिए व्यापक सुधार किए गए हैं। वायु सेना स्टेशन येलहंका के आसपास यातायात को बेहतर बनाने के लिए प्रमुख सड़कों को चौड़ा किया गया है। इसके अतिरिक्त, आगंतुकों के लिए मुफ्त शटल बस सेवाएं और समर्पित प्रवेश मार्गों की व्यवस्था की गई है।
(बी) बहुस्तरीय सुरक्षा उपाय. सुरक्षा के लिहाज से, रेड ड्रोन ज़ोन का निर्धारण किया गया है और अनधिकृत गतिविधियों से निपटने के लिए प्रभावी उपाय किए गए हैं। गृह मंत्रालय, बेंगलुरु पुलिस, सीआईएसएफ और अन्य खुफिया एजेंसियों के सहयोग से एक मजबूत सुरक्षा प्रणाली तैनात की गई है। इसके अतिरिक्त, आपातकालीन स्थिति के लिए समर्पित मेडिकल और आपदा प्रबंधन पोस्ट की व्यवस्था की गई है।
(सी) दर्शक अनुभव में संवर्धन. प्रदर्शनी क्षेत्र को विस्तारित किया गया है, ताकि अधिक दर्शक आराम से आ सकें। अतिरिक्त फूड कोर्ट, जलपान कियोस्क, और सीसीटीवी निगरानी सहित कई सुविधाएँ दर्शकों के अनुभव को बेहतर बनाने के लिए जोड़ी गई हैं।
(डी) कनेक्टिविटी और डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर. सभी दूरसंचार सेवा प्रदाता अस्थायी मोबाइल टावर और नेटवर्क बूस्टर तैनात कर चुके हैं। इसके अतिरिक्त, एयरो इंडिया 2025 के लिए एक समर्पित मोबाइल ऐप भी लॉन्च किया गया है, जो लाइव अपडेट, नेविगेशन सहायता और कार्यक्रम शेड्यूल प्रदान करेगा।
(ई) स्थिरता के लिए प्रतिबद्धता. एयरो इंडिया 2025 ने पर्यावरणीय प्रभाव को कम करने के लिए कई कदम उठाए हैं, जिनमें वाहनों की आवाजाही को नियंत्रित करना और ई-कार्ट का उपयोग शामिल है। अपशिष्ट प्रबंधन को भी बेहतर बनाने के लिए कई उपाय किए गए हैं।एयरो इंडिया 2025 एक अत्यधिक समन्वित और बेहतर संगठित संस्करण बनने की दिशा में अग्रसर है। यह संस्करण सभी आगंतुकों, प्रदर्शकों और अधिकारियों के लिए एक नई ऊँचाई की ओर मार्गदर्शन करेगा और भारतीय एयरोस्पेस क्षेत्र के लिए वैश्विक मंच पर भारत की स्थिति को मजबूत करेगा। केंद्र और राज्य सरकार की एजेंसियों के सक्रिय सहयोग से यह शो न केवल वर्तमान, बल्कि भविष्य की सभी एयरोस्पेस प्रदर्शनियों के लिए मानक स्थापित करेगा।