उत्तराखंड दिल्ली न्यूज़: ब्यूरो
उत्तराखंड विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान केंद्र (यूसर्क) देहरादून द्वारा विश्व जल दिवस के अवसर पर यूसर्क के सभागार में दो दिवसीय Experiential Learning program के अंतर्गत “पानी को जानो (Know the Water)” कार्यक्रम का समापन किया गया।
समापन कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए यूसर्क की निदेशक प्रोफेसर (डॉ) अनीता रावत ने कहा कि विश्व जल दिवस की “वाटर फॉर पीस” थीम आज के समय में बहुत महत्त्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि जल संरक्षण कार्य में आम जन मानस के साथ साथ विद्यार्थियों की बहुत महत्त्वपूर्ण है। जलस्रोतों का वैज्ञानिक अध्ययन भी नीति निर्धारण हेतु बहुत आवश्यक हो जाता है। तकनीकी सत्र का पहला विशेषज्ञ व्याख्यान डॉ भवतोष शर्मा ने “जल गुणवत्ता विश्लेषण एवं मानव स्वास्थ्य पर प्रभाव” विषय पर दिया। उन्होंने सभी को विभिन्न स्टैंडर्ड बनाना सिखाया तथा फ़ील्ड एवं प्रयोगशाला में जल के विभिन्न पैरामीटर का अध्ययन विभिन्न वैज्ञानिक उपकरणों से करना सिखाया तथा सभी के प्रश्नों का समाधान किया। सभी प्रतिभागियों ने अपने स्वयं के द्वारा लाए गए जल नमूनों को स्वयं जांचा। तकनीकी सत्र का दूसरा व्याख्यान भारतीय वनस्पति सर्वेक्षण विभाग सोलन, हिमाचल प्रदेश के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ कुमार अंबरीश ने “वेटलैंड मैनेजमेंट एंड कंजर्वेशन” विषय पर व्याख्यान दिया तथा सभी के प्रश्नों का समाधान किया।
धन्यवाद ज्ञापन यूसर्क के वैज्ञानिक डॉ ओम प्रकाश नौटियाल द्वारा किया गया।
संचालन डॉ भवतोष शर्मा द्वारा किया गया। दो दिवसीय कार्यक्रम के समापन सत्र में 07 विभिन्न उच्च शिक्षण संस्थानों डी ए वी महाविद्यालय देहरादून, एम के पी (पी जी) कॉलेज, उत्तरांचल यूनिवर्सिटी, सरदार भगवान सिंह यूनिवर्सिटी, राजकीय महाविद्यालय मालदेवता, सुशीला इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस, हेमवती नंदन बहुगुणा विश्वविद्यालय श्रीनगर गढ़वाल आदि संस्थानों से आए छात्र छात्राओं को निदेशक यूसर्क द्वारा प्रमाण पत्र प्रदान किए गए।
कार्यक्रम में डॉ ओम प्रकाश नौटियाल, डॉक्टर भवतोष शर्मा, डॉक्टर मंजू सुन्दरियाल, प्रोफेसर (डॉ) नीतू त्रिपाठी, ओम जोशी, राजदीप जंग सहित 40 लोग उपस्थित रहे।