उत्तराखंड डेली न्यूज़: ब्योरो
उत्तराखण्ड विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान केन्द्र (यूसर्क) देहरादून द्वारा हिमालय दिवस के अवसर पर दिनांक 09 सितम्बर 2024 को उद्यमिता विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम के अन्तर्गत मौन पालन विषय पर साप्ताहिक प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ खादी और ग्रामोद्योग आयोग के सहयोग से आयोग के देहरादून स्थित सभागार में किया गया।कार्यक्रम में यूसर्क की निदेशक प्रो (डा0) अनीता रावत द्वारा हिमालय दिवस की शुभकामनायें देते हुये कहा कि हिमालय संरक्षण के लिये हमको Bottom up approach के साथ मिलकर कार्य करना होगा। प्रो0 रावत ने कहा कि यूसर्क द्वारा विद्यार्थियों एवं शिक्षकों को आत्मनिर्भर बनाने एवं हिमालय की जैवविविधता के संरक्षण में मौन पालन प्रशिक्षण को महत्वपूर्ण बताया। उन्होने कहा कि हमें अपनी एग्रोईकोलोजी को मजबूत बनाना होगा तथा परम्परागत ज्ञान के साथ हिमालय संरक्षण संबंधी कार्यो को आगे बढाना होगा। इस अवसर पर उन्हांेने कहा कि मधुमखियां न केवल मनुष्यों के लिये अपितु पूरे पर्यावरण में सन्तुलन बनाये रखने के लिये अत्यन्त आवश्यक है।
प्रशिक्षण कार्यक्रम की समन्वयक डाॅ0 मन्जू सुन्दरियाल, वैज्ञानिक यूसर्क द्वारा हिमालय के संरक्षण एवं मानव जीवन को सुरक्षित रखने में मौन पालन के प्रशिक्षण कार्यक्रम के उदे्दश्य एवं महत्व पर भूमिका प्रस्तुत की। उन्होने कहा कि प्रशिक्षण कार्यक्रम में उततराखण्ड राज्य के 8 जिलो से 12 संस्थानों के 42 प्रतिभागियों द्वारा प्रतिभाग किया जा रहा है।
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि खादी ग्रामोद्योग विभाग देहरादून के निदेशक डा संजीव राय ने अपने सम्बोधन में लघु उद्यम स्थापित करने के लिये भारत सरकार एवं राज्य सरकार द्वारा चलायी जा रही विभिन्न जन कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी प्रदान की। सम्पूर्ण प्रशिक्षण कार्यक्रम में मधुमक्खियों की प्रजातियां, उपयोगिता, संरक्षण, एवं मौन पालन हेतु प्रायोगिक ज्ञान के साथ शहद के प्रसंन्सकरण उत्पाद वर्धन, विपणन एवं लघु उद्यम स्थापित करने की जानकारी प्रदान की जायेगी।
कार्यक्रम में हिमालय दिवस के संरक्षण के लिये समस्त प्रतिभागियों द्वारा हिमालय प्रतिज्ञा ली गयी एवं फलदार वृक्षों का रोपण किया गया। कार्यक्रम के अन्त में यूसर्क वैज्ञानिक डाॅ ओम प्रकाश नौटियाल द्वारा धन्यवाद ज्ञापन किया गया तथा वैज्ञानिक डा0राजेन्द्र सिंह राणा एवं इं0 उमेश जोशी द्वारा विशेष सक्रिय योगदान दिया गया। कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र में कुल 75 प्रतिभागियो द्वारा प्रतिभाग किया गया।