उत्तराखंड डेली न्यूज़:ब्योरो
प्रोसीडिंग्स ऑफ द नैशनल अकैडमी ऑफ साइंसेज़ की स्टडी के मुताबिक, बोतलबंद पानी के प्रत्येक लीटर में कम-से-कम 2.4 लाख माइक्रोप्लास्टिक पार्टिकल्स होते हैं। ब्लडस्ट्रीम में माइक्रोप्लास्टिक पार्टिकल्स के पहुंचने से हार्ट अटैक और स्ट्रोक का जोखिम 4.5 गुना बढ़ सकता है। एनआईएच के मुताबिक, माइक्रोप्लास्टिक से शरीर की पाचन, श्वसन, प्रजनन और प्रतिरक्षा प्रणाली प्रभावित हो सकती है।