
उत्तराखंड डेली न्यूज़ :ब्योरो

आज विश्व पार्किन्सन दिवस पर मानसिक स्वास्थ्य के क्षेत्र में कार्यरत सामाजिक संस्था फोरगिवनेस फाउंडेशन सोसाइटी ने मानसिक रोग पार्किन्सन के प्रती जागरूकता और बचाव के लिए कार्यशाला का आयोजन किया।
कार्यशाला में प्रख्यात मनोवैज्ञानिक डॉ. पवन शर्मा (द साइकेडेलिक) ने मानसिक रोग पार्किन्सन के बारे में कारण, लक्षण, बचाव और उपचार के बारे में जानकारी साझा की। उन्होंने बताया कि आलस, ठहराव, और सुस्त जीवन-शैली के कारण मानव मस्तिष्क के न्यूरॉन का संपर्क कमजोर हो जाता है और कुछ समय में ये संपर्क टूट जाते हैं, जिनसे शरीर में कंपन के लक्षण दिखने लगते हैं। मानव मस्तिष्क ज्ञान, रचनात्मकता, और नयेपन का भूखा होता है, व्यस्त रह कर और कुछ नया सीखते रह कर अपने मस्तिष्क को स्वस्थ रख सकते हैं और विभिन्न मानसिक रोगों से बचा जा सकता है। कार्यशाला में रोचक खेल और पहेलियों द्वारा डॉ. पवन शर्मा ने कई प्रयोग करके दिखाये और प्रतिभागियों को मानसिक तौर पर स्वस्थ रहने के लिए कई उपयोगी तकनीकें सिखाई। इस कार्यशाला में भूमिका भट्ट शर्मा और सुनिष्ठा सिंह ने भी प्रतिभागियों के साथ कई महत्वपूर्ण जानकारी दी।